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अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने वित्त वर्ष 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया है.
Adani Wilmar Q2 Results: एडिबल ऑयल और दूसरे फूड प्रोडक्ट बनाने वाली अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने वित्त वर्ष 2022-23 की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया है. सितंबर तिमाही में कंपनी के मुनाफे में 73 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट एक साल पहले के 1.82 अरब रुपये से घटकर 48.760 करोड़ रुपये (58.8 लाख डॉलर) पर आ गया. कंपनी ग्रामीण इलाकों में मांग में सुस्ती और इनपुट कॉस्ट इन्फ्लेशन का सामना कर रही है, जिसके चलते मुनाफे में बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
कैसे रहे Adani Wilmar के नतीजे
अहमदाबाद की अडानी ग्रुप और सिंगापुर की विल्मर ग्रुप की ज्वाइंट वेंचर अडानी विल्मर का कुल खर्च 6% बढ़कर 141.5 अरब रुपये हो गया है. वहीं, ऑपरेशन से होने वाली रेवेन्यू 4% बढ़कर 141.5 बिलियन रुपये हो गया. एडिबल ऑयल में गिरावट के चलते कंपनी के मुनाफे में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. अदाणी विल्मर को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कंज्यूमर डिमांड में सुधार होगा. इसके साथ ही कंपनी को उसके खाद्य तेलों के कारोबार में भी ग्रोथ की उम्मीद है.
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मुनाफे में गिरावट की क्या है वजह
अडानी विल्मर ने एक बयान में कहा, "एडिबल ऑयल सेगमेंट में, पिछली तिमाही में हाई इन्फ्लेशन के बीच कई मैक्रो हेडविंड के साथ कंज्यूमर डिमांड में कई चुनौतियां देखी गईं. मानसून में देरी और कमजोर ग्रामीण मांग के चलते कंपनी के मुनाफे पर असर हुआ है." नकदी की कमी से जूझ रहे ग्रामीण परिवारों ने एडिबल ऑयल के लिए सस्ते गैर-ब्रांडेड विकल्पों का चयन किया, जो आमतौर पर जनरल स्टोर्स में बेचे जाते हैं. जिसके चलते अडानी विल्मर के एडिबल ऑयल की खपत कम हुई है.
(इनपुट- रॉयटर्स)