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LIC IPO: RBI की इस शर्त से बढ़ सकती हैं एलआईसी की दिक्कतें, IDBI Bank में और पूंजी निवेश से भी वित्तीय सेहत बिगड़ने की आशंका

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक अगर यह अपनी सहयोगी कंपनी आईडीबीआई बैंक में अतिरिक्त पूंजी डालती है तो इसका एलआईसी की वित्तीय सेहत पर असर पड़ सकता है.

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक अगर यह अपनी सहयोगी कंपनी आईडीबीआई बैंक में अतिरिक्त पूंजी डालती है तो इसका एलआईसी की वित्तीय सेहत पर असर पड़ सकता है.

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Additional capital support to associate IDBI Bank may have adverse impact on LIC according to DRHP

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी जल्द ही देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने वाली है. (Image- PTI)

LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी जल्द ही देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने वाली है और इसका ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस सेबी के पास दाखिल हो चुका है. इस ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक अगर एलआईसी ने अपनी सहयोगी कंपनी आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) में और पूंजी लगाई तो इसका एलआईसी की वित्तीय सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. एलआईसी ने 23 अक्टूबर 2018 को पॉलिसीधारकों के पैसों का इस्तेमाल करते हुए आईडीबीआई बैंक में 4743 करोड़ रुपये का निवेश किया था और बैंक ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 19 दिसंबर 2020 को 1435.1 करोड़ रुपये जुटाए थे. आईडीबीआई बैंक 10 मार्च 2021 से आरबीआई के प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA) फ्रेमवर्क से बाहर है.

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RBI के नियमों से LIC के सामने आ सकती हैं दिक्कतें

एलआईसी द्वारा सेबी के पास दाखिल डीआरएचपी (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) के मुताबिक वित्तीय स्थिति और ऑपरेशन के रिजल्ट्स के आधार पर अब आईडीबीआई बैंक को इस समय पूंजी जुटाने की जरूरत नहीं दिख रही है. लेकिन अगर आरबीआई से अप्रूवल लेटर मिलने के पांच साल के भीतर, यानी नवंबर 2023 से पहले तक इसकी जरूरत पड़ गई, तो एलआईसी को आईडीबीआई बैंक में अतिरिक्त पूंजी लगानी पड़ेगी, जिसका एलआईसी की वित्तीय सेहत पर खराब असर पड़ सकता है.

एलआईसी को आईडीबीआई बैंक में अतिरिक्त इक्विटी निवेश के लिए 2 नवंबर 2018 को रिजर्व बैंक का अप्रूवल लेटर मिला था. इसमें यह शर्त रखी गई थी कि अप्रूवल के पांच साल के भीतर आईडीबीआई बैंक या एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस में से किसी एक को हाउसिंग फाइनेंस का कारोबार बंद करना होगा. आरबीआई की इस शर्त को पूरा करने पर एलआईसी की वित्तीय सेहत, नतीजों और कैश फ्लो पर बुरा असर पड़ने की आशंका जताई गई है.

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तीन साल पहले IDBI Bank बना था LIC का हिस्सा

करीब तीन साल पहले 21 जनवरी 2019 को एलआईसी ने आईडीबीआई बैंक के 82,75,90,885 इक्विटी शेयर खरीदे थे, जिसके बाद बैंक में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर 51 फीसदी हो गई. इस सौदे के बाद आईडीबीआई बैंक एलआईसी की सब्सिडियरी बन गया था. लेकिन 19 दिसंबर 2020 को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट में आईडीबीआई बैंक द्वारा अतिरिक्त इक्विटी शेयर जारी किए जाने के बाद से बैंक में एलआईसी की शेयरहोल्डिंग घटकर 49.24 फीसदी रह गई, जिससे आईडीबीआई बैंक अब एलआईसी का सहयोगी उपक्रम बन गया है.

(Input: PTI)

Idbi Bank Lic Ipo