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आदित्य बिरला सन लाइफ एएमएसी के आईपीओ के लिए 695-712 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है.
Aditya Birla Sun Life AMC IPO: आदित्य बिरला ग्रुप की एएमसी इकाई आदित्य बिरला सन लाइफ एएमएसी (Aditya Birla Sun Life AMC) का आईपीओ आज 29 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. अभी तक यह महज 0.16 गुना सब्सक्राइब हुआ है. इश्यू के लिए 695-712 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है. प्रति शेयर की फेस वैल्यू 5 रुपये है. सफलतापूर्वक लिस्टिंग के बाद यह एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी, निप्पन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट और यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी की लीग ज्वाइन कर लेगा. यह आईपीओ शुक्रवार 1 अक्टूबर तक खुला रहेगा.
इसके शेयरों का अलॉटमेंट 6 अक्टूबर को फाइनल हो सकता है और इसकी मार्केट में 11 अक्टूबर को लिस्टिंग हो सकती है. इस आईपीओ के तहत निवेशकों को कोई नया शेयर नहीं जारी किया जाएगा. यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल है और इसके तहत वर्तमान शेयरधारक शेयरों की बिक्री करेंगे. आदित्य बिरला कैपिटल 28.51 लाख और सन लाइफ एएमसी 3.6 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी.
20 शेयरों का लॉट साइज तय
- इस आईपीओ के लिए 20 शेयरों का लॉट साइज तय किया गया है यानी कि निवेशकों को प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से कम से कम 14240 रुपये का निवेश करना होगा. वित्त वर्ष 2021 के प्रति शेयर आय के आधार पर 712 रुपये के आईपीओ प्राइस के हिसाब से इश्यू का प्राइस/अर्निंग्स रेशियो 38.97x है. पिछले तीन वित्त वर्ष में नेटवर्थ पर कंपनी का वेटेड एवरेज रिटर्न 34.05 फीसदी है.
- आईपीओ का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए आरक्षित है और 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए व 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए आरक्षित है. इश्यू के तहत 19.44 लाख इक्विटी शेयरों को आदित्य बिरला कैपिटल लिमिटेड (एबीसीएल) के शेयरधारकों के लिए आरक्षित किया गया है.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- आदित्य बिरला कैपिटल और सन लाइफ एएमसी का यह ज्वाइंट वेंचर देश की सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग एसेट मैनेजमेंट कंपनी है.
- यह देश की चौथा सबसे बड़ी एएमसी है.
- कंपनी का मुनाफा पिछले तीन वित्त वर्षों में बढ़ा है. वित्त वर्ष 2019 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) 446.80 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 494.40 करोड़ रुपये था जो अगले वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 526.28 करोड़ रुपये हो गया.
- हालांकि कंपनी के रेवेन्यू में पिछले तीन वित्त वर्षों में गिरावट रही है. वित्त वर्ष 2019 में इसका कुल रेवेन्यू 1707.25 करोड़ रुपये का था जो अगले वर्ष घटकर 1234.77 करोड़ रुपये हो गया और उसके अगले वित्त वर्ष 2021 में गिरकर 1205.84 करोड़ रुपये रह गया.