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Airtel Stock: कोरोना वायरस के चलते पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में अच्छे अच्छे शेयरों की पिटाई हुई है, एयरटेल भी उससे अछूता नहीं रहा है. शेयर अपने 52 हफ्तों के हाई से करीब 20 फीसदी सस्ता हो चुका है. जबकि पिछले साल एयरटेल लॉर्जकैप शेयरों में टॉप गेनर्स में शामिल था. एक्सपर्ट का कहना है कि एयरटेल के शेयरों में यह करेक्शन निवेशकों के लिए अच्छा मौका है. एयरटेल में वह सारी बातें दिख रही हैं, कि आने वाले दिनों में यह एक बार फिर बाजार का बादशाह साबित होगा. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने शेयर में आगे 44 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है. शेयर 20 फरवरी को 569 रुपये के भाव पर था जो अब गिरकर 428 रुपये पर आ गया है.
शेयर 620 रुपये तक हो सकता है मजबूत
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार देश में चल रहे लॉकडाउन का असर एयरटेल के मुनाफे पर बेहद कम होगा. यहां तक कि करंसी और क्रूड की कीमतों में बड़ी गिरावट से भी एयरटेल को विदेशी कर्ज और अफ्रीका बिजनेस में ज्यादा नुकसान नहीं होगा. इन सबसे कंपनी के रेवेन्यू पर असर होगा, लेकिन बेहद कम. रिपोर्ट के अनुसार अब ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल रिचार्ज करवाते हैं. इन्हीं में हाई रिचार्ज वालों की संख्या ज्यादा है. ऐसे में फिजिकल रिचार्ज में लॉकडाउन से कुछ परेशानी होगी, लेकिन ​इनका रेवेन्यू में हिस्सेदारी अब बहुत कम है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने शेयर में 620 रुपये के लक्ष्य के साथ निवेश करने की सलाह दी है. शंयर का करंट प्राइस अभी 428 रुपये है. यह अपने 52 हफ्तों के हाई 569 रुपये से करीब 20 फीसदी सस्ता हो चुका है. कंपनी का मार्केट कैप सोमवार को 3250 करोड़ डॉलर थी.
COVID-19 का अर्निंग पर ज्यादा असर नहीं
COVID-19 के चलते देशभर में अभी लॉकडाउन की स्थिति है. इससे फिजिकल रिचार्ज में कमी आएगी, जिससे नेट सब्सक्राइबर्स जुड़ने की संख्या में कुछ कमी आ सकती है. वैसे पिछले 2 से 3 साल में डिजिटल रिचार्ज की ओर लोग लगातार शिफ्ट हो रहे हैं और अभी कुल सब्सक्राइबर्स में करीब 35 फीसदी डिजिटल रिचार्ज करते हैं. मौजूदा समय में टेक सेवी डाटा सब्सक्राइबर्स पर कोई असर नहीं होगा. बाकी सब्सक्राइबर्स पर असर होगा लेकिन बेहद कम. एयरटेल ने 17 अप्रैल तक 10 रुपये एडिशनल टाकटाइम के साथ फ्री इनकमिंग काल की सुविधा बढ़ा दी है, इससे जो ग्राहक रिचार्ज नहीं भी करा पाएंगे, उनको इनकमिंग कॉल को लेकर परेशानी नहीं होगी. हालांकि लॉकडाउन के चलते FY21 के पहले तिमाही में रेवेन्यू और EBITDA पर कुछ असर पड़ेगा.
करंसी और क्रूड में गिरावट का असर कम
करंसी में मौजूदा गिरावट और क्रूड इश्यू के चलते जहां एयरटेल का डॉलर के रूप में विदेशी कर्ज की वैल्यू बढ़ जाएगी. वहीं, अफ्रीकन बिजनेस पर भी कुछ असर आ सकता है. हालांकि यह असर बेहद कम रहेगा. एयरटेल का 28 फीसदी कर्ज US डॉलर में है, जबकि इंडिया डेट 15 फीसदी है.
200 रुपये ARPU हासिल करने की क्षमता
निजी टेलिकॉम इंडस्ट्री में प्रतियोगिता 3 बड़ी कंपनियों के बीच रह जाने से एयरटेन विनर की स्थिति में है. वोडाफोन आइडिया पर अभी दबाव रहेगा, जिसका फायदा एयरटेल और जियो को मिलेगा. भारती की वित्तीय स्थिति बेहतर है, जिससे एजीआर को लेकर ज्यादा चिंता नहीं दिख रही है. वहीं कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ता है तो आने वाले दिनों में एआरपीयू में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है. ब्रोकरेज हाउस के अनुसार एयरटेल में आने वाले दिनों में 200 रुपये एआरपीयू हासिल करने की क्षमता है. पिछले दिनों प्राइस हाइक का भी फायदा एयरटेल को मिलेगा और वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में एआरपीयू 160 रुपये हो सकता है. आगे ऐसा ही जारी रहा तो यह बढ़ता जाएगा.