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Akshay Tritiya 2021: निवेशकों के पास घर बैठे सोने में निवेश के कुछ विकल्प हैं जो फिजिकल गोल्ड की तुलना में सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाले हैं.
Gold Investment on Akshay Tritiya 2021: सोना पसंद करने वालों के लिए अक्षय तृतीया कुछ खास होता है. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. बहुत से लोग शुभ के लिए सोना खरीदकर घर में रखते हैं तो अब बहुत से लोग अक्ष्य तृतीया पर निवेश के लिहाज से भी सोने में पैसा लगाते हैं. देश में फिजिकल गोल्ड खरीदने की परंपरा पुरानी है, लेकिन इस साल अक्ष्य तृतीया पर कोरोना वायरस महामारी के चलते कई शहरों में लॉकडाउन की तरह पाबंदियां हैं, जिससे ज्वैलरी शॉप भी बंद हैं. वहीं बाजार में जाकर सोना खरीदना महामारी के लिहाज से सुरक्षित भी नहीं है. ऐसे में इस बार आप सोना खरीदने का तरीका बदल सकते हैं. निवेशकों के पास घर बैठे सोने में निवेश के कुछ विकल्प हैं जो फिजिकल गोल्ड की तुलना में सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाला है. वहीं GooglePay या Paytm के जरिए आप 1 रुपये भी सोने में निवेश कर सकते हैं.
गोल्ड ETF: एक बेहतर विकल्प
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) पिछले कुछ महीनों में सुरक्षित निवेश के रूप में निवेशकों की पसंद बन गया है. कोरोनावायरस महामारी के दौर में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ को और ज्यादा तरजीह दी है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों के मुताबिक गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेशक लगातार पैसे लगा रहे हैं. इस पूरे साल गोल्ड ईटीएफ का प्रदर्शन बेहतर रहा है. ऐसे में इस अक्षय तृतीया गोल्ड ETF बेहतर विकल्प हो सकता है.
फायदे: गोल्ड ईटीएफ एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है. ईटीएफ बहुत अधिक कॉस्ट-इफेक्टिव होता है. एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट का मतलब है कि 1 ग्राम सोना. वह भी पूरी तरह से प्योर. गोल्ड ईटीएफ की खरीद और बिक्री शेयर की ही तरह बीएसई और एनएसई पर की जा सकती है. इसमें फिजिकल गोल्ड के मुकाबले परचेजिंग चार्ज कम होता है और रख रखाव का झंझट भी नहीं होता. इसमें 100 फीसदी शुद्धता की गारंटी मिलती है. इसमें SIP के जरिए निवेश की सुविधा है. गोल्ड ETF को डीमैट अकाउंट के जरिए ऑनलाइन खरीद सकते हैं.
SGB: सॉवरेन गोल्ड बांड
यह पेपर गोल्ड में निवेश का दूसरा तरीका है. सरकार SGB (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स) जारी करती है, जो हर कुछ महीनों पर एक निश्चित अवधि के दौरान खरीदने के लिए उपलब्ध होते हैं. SGB, रिडम्पशन पर टैक्स-फ्री हैं. SGB का मेच्योरिटी पीरियड होता है, इसलिए इन्हें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश के लिहाज से अच्छा माना जाता है. इस स्कीम के तहत आप कम से कम 1 ग्राम सोना खरीद सकते हैं.
फायदे: गोल्ड बॉन्ड को ऑनलाइन खरीद सकते हैं. इसके अलावा इसकी बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), चुनिंदा डाकघरों और एनएसई व बीएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंज के जरिए भी होती है.
गोल्ड बांड खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इस पर 2.5 फीसदी सालाना की दर से ब्याज दर भी जुड़ता रहता है. गोल्ड बांड मेच्योरिटी पर टैक्स फ्री होता है. यह HNIs के लिए भी बेहतर विकल्प है, जहां इसमें मेच्योरिटी तक होल्ड करने में कैपिटल गेंस टैक्स नहीं देना होता है. गोल्ड बांड भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए डिफॉल्ट का खतरा नहीं होता है.
यहां 1 रुपये में खरीदें सोना
अगर आप GooglePay, Paytm का इस्तेमाल करते हैं या फिर HDFC बैंक सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल के कस्टमर हैं तो आप डिजिटल तरीके से सिर्फ 1 रुपये में 999.9 शुद्ध सर्टिफाइड गोल्ड खरीद सकते हैं. इन प्लेटफॉर्म्स के साथ MMTC-PAMP का करार है. जब भी आप सोना किसी कंपनी Paytm, PhonePe या Stock holding corp से खरीदते हैं तो वो सोना इन MMTC-PAMP के सेफ्टी वॉल्ट्स में सुरक्षित रख दिया जाता है. जहां तक शुद्धता की बात है तो MMTC-PAMP का गोल्ड 99.9 फीसदी शुद्ध होता है, यानी 24 कैरेट प्योर सोना.
फ्यूचर गोल्ड में निवेश
फ्यूचर गोल्ड में वास्तव में सोने की कीमत पर अनुमान लगाया जाता है और मूल्य अस्थिरता से लाभ कमाया जाता है. अगर सोना अपेक्षित दिशा में आगे बढ़ता है तो फ्यूचर्स मार्केट में कोई बहुत जल्दी पैसा कमा सकता है. लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो व्यक्ति बहुत कम समय में पैसा गंवा भी सकता है.