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Amazon had also announced earlier this week a collaboration with UN Women to launch a special storefront on its marketplace ahead of International Women’s Day on March 8, 2021
अमेजन (Amazon) ने फ्यूचर ग्रुप (Future Group) से रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ डील के लिए भरपाई के तौर पर 40 मिलियन डॉलर (करीब 290.41 करोड़ रुपये) मांगे थे. और अमेजन का डील के बारे में सूचना नहीं होने का दावा गलत है. ऐसा किशोर बियानी की अगुवाई वाली कंपनी द्वारा SIAC के इमरजेंसी आर्बिट्रेटर को सब्मिट किए गए दस्तावेजों में कहा गया है. फ्यूचर ग्रुप द्वारा पिछले साल अक्टूबर में किए गए सब्मिशन के मुताबिक, अमेजन को आरआईएल के साथ फ्यूचर ग्रुप की 24,713 करोड़ की डील के बारे में अच्छी तरह जानकारी थी.
किशोर बियानी और अमेजन के बीच फोन कॉल भी हुई
दस्तावेज में कहा गया है कि अगस्त 2020 में, तीसरे रिस्पॉन्डेंट (किशोर बियानी) और आठवें रिस्पॉन्डेंट (राकेश बियानी) और अमेजन डॉट कॉम एनवी इंवेस्टमेंट होल्डिंग्स LLC की तरफ से अभिजीत मजूमदार के बीच तीन फोल कॉल हुई, जिसमें अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस की विवादित ट्रांजैक्शन की कार्यवाही के बदले भरपाई के तौर पर 40 मिलियन डॉलर मांगे. इसमें आगे कहा गया है कि अमेजन का NOA और ऐप्लीकेशन में दिया गया तर्क कि उसे विवादित ट्रांजैक्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, यह गलत है.
12 अक्टूबर की तारीख वाले दस्तावेज में यह भी जिक्र किया गया है कि फ्यूचर रिटेल ने 29 अगस्त 2020 को डील के बारे में सार्वजनिक घोषणा की थी, जिससे पहले अमेजन के प्रतिनिधियों को जानकारी दी गई थी कि रिलायंस के साथ चर्चाएं जारी हैं. फ्यूचर ने अपनी सब्मिशन में कहा है कि इसलिए, मैसेज, कॉल्स और ई-मेल्स को हटाकर भी मौजूदा आर्बिट्रेशन कार्यवाही को शुरू करने से पहले भी अमेजन को एक महीने से ज्यादा समय से विवादित ट्रांजैक्शन के बारे में पता था.
क्या है मामला ?
अमेजने ने मामले में प्रतिक्रिया लेने के लिए किए गए ई-मेल का जवाब नहीं दिया है. 29 अगस्त 2020 को फ्यूचर ग्रुप ने एलान किया था कि वह उसका रिटेल और होलसेल कारोबार रिलायंस रिटेल को बेचेगी, जिसका स्वामित्व समूह RIL के पास है. यह डील 24,713 करोड़ रुपये की है. अक्टूबर 2020 में, अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप को सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) में ले गई थी, जहां उसका कहना था कि फ्यूचर ग्रुप ने प्रतिद्वंद्वी रिलायंस के साथ डील करके कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन किया है.