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नई दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रिलायंस जियो इंफोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी. (PTI Photo)
Ambani scions Akash, Isha, Anant are now Non-Executive Directors of Reliance Industries: देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शामिल मुकेश अंबानी ने अपने उत्तराधिकारियों को बिजनेस की कमान सौंपने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा लिया है. उनके दोनों बेटों - आकाश, अनंत और बेटी ईशा अंबानी को रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बना दिया गया है. इसके लिए पेश प्रस्ताव को कंपनी के शेयरधारकों ने भारी बहुमत से मंजूरी दे दी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने शुक्रवार को एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इस फैसले की जानकारी दी है. ईशा, आकाश और अनंत की नियुक्तियों को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अगस्त में ही मंजूरी दे दी थी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM में क्या बोले थे मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी की 46वीं सालाना आम बैठक (RIL AGM) में कहा था कि उनकी तीनों संतानें - बेटे आकाश, अनंत और बेटी ईशा पूरे आत्मविश्वास के साथ कारोबार की बागडोर संभालने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. मुकेश अंबानी ने एजीएम में कहा, "आकाश, अनंत और ईशा तीनों को आरआईएल के संस्थापक धीरूभाई अंबानी की मानसिकता पूरी तरह से विरासत में मिली है. आकाश ने रिलायंस जियो और ईशा ने रिलायंस रिटेल के बिजनेस को नेतृत्व देने का काम किया है. वे स्थापना के बाद से ही हमारे कंज्यूमर बिजनेस में पूरे जोश और जुनून के साथ शामिल रहे हैं. अनंत भी बड़े उत्साह के साथ हमारे न्यू एनर्जी बिजनेस में शामिल हुए हैं. वे इसी मकसद से अपना ज्यादातर समय जामनगर में बिता रहे हैं." आरआईएल के चेयरमैन ने कहा, "वे रिलायंस में पहले से ही शानदार काम कर रहे हैं और बिजनेस लीडर्स और प्रोफेशनल्स की युवा टीम में कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वालों की अगुवाई कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि कंपनी के सीनियर लीडर्स और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा इन सभी को मेंटर्स की तरह लगातार मार्गदर्शन दिया जा रहा है.
मुकेश और अनिल अंबानी के बीच हुआ था उत्तराधिकार का संघर्ष
मुकेश अंबानी के पिता और रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी अपने दोनों बेटों - मुकेश और अनिल अंबानी के बीच बिजनेस साम्राज्य की जिम्मेदारियों का बंटवारा किए बिना ही चल बसे थे. जिसके बाद दोनों बेटों के बीच उत्तराधिकार के लिए जमकर संघर्ष हुआ था. मुकेश अंबानी जिस तरह अपने तीनों बच्चों के बीच काम का बंटवारा कर रहे हैं, उससे साफ जाहिर है कि वे अपने बच्चों के बीच इस तरह के किसी संघर्ष की आशंका को पहले से ही खत्म कर देने के प्रति कितने सजग हैं. तीनों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल करने का ताजा एलान भी मुकेश अंबानी की तीनों संतानों के बीच बिजनेस से जुड़ी जिम्मेदारियों का बंटवारा करके उन्हें इस विशाल और डावर्सिफाइड बिजनेस साम्राज्य का उत्तराधिकार सौंपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
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