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2019: अनिल अंबानी की कंपनियों ने निवेशकों को किया कंगाल, कहीं 88% तो कहीं 96% तक साफ हो गए पैसे

साल 2019 में अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों के शेयरों का बुरा हाल रहा है.

साल 2019 में अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों के शेयरों का बुरा हाल रहा है.

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Sushil Tripathi
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2019: अनिल अंबानी की कंपनियों ने निवेशकों को किया कंगाल, कहीं 88% तो कहीं 96% तक साफ हो गए पैसे

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ADAG Companies Stock Performance In 2019: साल 2019 में जहां बड़े भाई मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने कई नए मुकाम बनाए और 10 लाख करोड़ मार्केट कैप वाली पहली कंपनी बनी, छोटे भाई अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनियों के शेयरों का बुरा हाल रहा. हालत यह रही कि BSE 500 में शामिल शेयरों में इस साल सबसे ज्यादा टूटने वाले टॉप 10 में 4 शेयर अनिल अंबानी धीरूभाई अंबानी ग्रुप (ADAG) के रहे हैं. इनमें इस साल अबतक निवेशकों की दौलत 88 फीसदी से 96 फीसदी तक साफ हो गई. वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में इस साल अबतक 40 फीसदी तक ग्रोथ आ चुकी है.

ADAG: किस कंपनी के शेयर का क्या हाल

 रिलायंस कैपिटल

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ADAG कंपनियों में इस साल सबसे ज्यादा गिरावट रिलायंस कैपिटल के शेयरों मेें दर्ज हुई है. कंपनी का शेयर इस साल अबतक करीब 95 फीसदी टूट चुका है. मंगलवार सुबह 11 बजे तक रिलायंस कैपिटल का शेयर इस साल करीब 218 रुपये टूटकर 12 रुपये के भाव पर आ गया है. 31 दिसंबर को शेयर का भाव करीब 230 रुपये के आस पास था. भारी कर्ज के चलते पिछले दिनों रेटिंग एजेंसियों द्वारा कंपनी की रेटिंग डाउनग्रेड की गई, जिसके बाद शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है. हालांकि रिलायंस कैपिटल ने रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट में 21.54 फीसदी हिस्सेदारी को 3,030 करोड़ में बेचने का काम पूरा कर लिया है, जिससे कर्ज की भरपाई होगी.

रिलायंस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज से जुड़ी कंपनी है जो हाउसिंग, एसएमई और कंज्यूमर प्रोडक्ट के लिए फाइनेंस करती है. इसके अलावा कंपनी एसेट मैनेजमेंट और लाइफ एंड जनरल इंश्योरेंस के कारोबार में भी है. गवर्नमेंट इनीसिएटिव्स के चलते कंपनी का फोकस हेल्थ इंश्योरेंस पर है.

रिलायंस कम्युनिकेशंस

टेलिकॉम क्षेत्र की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस का शेयर इस साल अबतक करीब 94 फीसदी टूट चुका है. मंगलवार सुबह 11 बजे तक रिलायंस कम्युनिकेशंस का शेयर इस साल करीब 13.54 रुपये टूटकर 1 रुपये से भी नीचे 0.85 रुपये के भाव पर आ गया. 31 दिसंबर को शेयर का भाव करीब 14.50 रुपये के आस पास था. बता दें कि दिसंबर 2..7 में कंपनी के शेयर का भाव 734 रुपये के आस पास था.

अनिल अंबानी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के निदेशक के पद से इस्तीफा दे चुके हैं. कंपनी अभी भी सीआईआरपी (कॉर्पोरेट इंसोल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस) के अंदर बनी है. चार दूसरे निदेशकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. सितंबर तिमाही में कंपनी को 30,142 करोड़ रुपये का भारी भरकम घाटा हुआ है. कंपनी कर्ज के बोझ के तले दबी और दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है. कंपनी की संपत्तियों के लिए जल्द बोली लगाई जा सकती है.

रिलायंस इंफ्रा

इंफ्रा सेक्टर की कंपनी रिलायंस इंफ्रा का शेयर इस साल अबतक करीब 93 फीसदी टूट चुका है. मंगलवार सुबह 11 बजे तक रिलायंस कम्युनिकेशंस का शेयर इस साल करीब 292.45 रुपये टूटकर 23.30 रुपये के भाव पर आ गया. 31 दिसंबर को शेयर का भाव करीब 315.75 रुपये के आस पास था. दिसंबर 2007 में कंपनी के शेयर का भाव 1900 रुपये से भी ज्यादा था.

इंफ्रा सेक्टर की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर कई तरह के प्रोजेक्ट में लगी हुई है. कंपनी का फोकस स्पेशल परपज व्हीकल्स, पावर, रोड, मेट्रो रेल, एयरपोर्ट और डिफेंस सेक्टर में इंफ्रा प्रोजेक्ट पर है. पावर, इंफ्रा, मेर्टो और रोड प्रोजेक्ट के लिए कंपनी इंजीनियरिंग, प्रॉक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) सर्विसेज उपलब्ध करवाती है.

रिलायंस पावर

रिलायंस पावर का शेयर इस साल अबतक करीब 88 फीसदी टूट चुका है. मंगलवार सुबह 11 बजे तक रिलायंस कम्युनिकेशंस का शेयर इस साल करीब 25.12 रुपये टूटकर 3.53 रुपये के भाव पर आ गया. 31 दिसंबर को शेयर का भाव करीब 28.60 रुपये के आस पास था. कंपनी का शेयर मई 2008 में 234 रुपये के पार चला गया था. रिलायंस पावर को इंडिया और इंटरनेशनल लेवल पर पावर प्रोजेक्ट डेवलप, कंस्ट्रक्ट और आपरेट करने के लिए स्थापित किया गया था.

(Disclaimer: यह जानकारी साल 2019 में अबतक शेयरों के प्रदर्शन के आधार पर दी गई है. इसमें 31 दिसंबर 2018 के बाद 17 दिसंबर 2019 के दौरान कंपनी के शेयर में आने वाली गिरावट की जानकारी है.)

Anil Ambani