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अनिल अंबानी ने लंदन के एक हाई कोर्ट के सामने सुनवाई में कहा कि उन्होंने अपने केस की फीस के लिए सारी ज्वैलरी बेच दी है और उनके खर्च पत्नी और परिवार उठा रहे हैं.
अनिल अंबानी ने लंदन के एक हाई कोर्ट के सामने सुनवाई में कहा कि उन्होंने अपने केस की फीस के लिए सारी ज्वैलरी बेच दी है और उनके खर्च पत्नी और परिवार उठा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे लंदन में तीन चीनी कंपनियों द्वारा कारोबारी के खिलाफ किए गए केस में वीडियो लिंक के जरिए पेश हुए थे. अनिल अंबानी एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी के छोटे भाई हैं. उन्होंने कहा कि उनकी महंगी कारों को चलाने की रिपोर्ट्स मीडिया द्वारा अनुमान है.
अपनी मां और बेटे से लोन लिया
अंबानी ने सुनवाई के दौरान कहा कि उन्होंने अपनी मां और बेटे से भी लोन लिए हैं. अंबानी को उनके एसेट्स, खर्चों और कुल लायबिलिटी को लेकर तीन घंटे से ज्यादा समय तक कई सवाल पूछे गए थे. हालांकि, अनिल अंबानी ने मामले को निजी तौर पर सुनवाई करने की बात कही थी लेकिन यह प्रार्थना से कोर्ट ने इनकार कर दिया.
वे रूल 71 के तहत पेश हुए हैं जिससे कर्ज लेने वाले को कोर्ट की सुनवाई में आना जरूरी होता है. जज ने सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि अंबानी ने निजी सुनवाई की प्रार्थना इसलिए की थी क्योंकि वे खुद को शर्मिंदगी से बचाना चाहते थे. यह बात ध्यान देने वाली है कि तीन चीनी बैंक इंडस्ट्रीयल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड मुंबई ब्रांच, चाइना डेवलपमेंट और एग्जिम बैंक ऑफ चाइना को 900 मिलियन डॉलर के केस में अब तक 717 मिलियन डॉलर का बकाया मिला है.
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अंबानी को 717 मिलियन डॉलर का भुगतान करना था
मई में यूके कोर्ट ने अंबानी को 21 दिनों में चीनी बैंकों को करीब 717 मिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा था जो लोन एग्रीमेंट का भाग था. इन तीन चीनी बैंकों ने अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस को 2012 में निजी गारंटी पर 925 मिलियन डॉलर के कर्ज दिए थे.
जब अनिल अंबानी कही गई राशि का भुगतान करने में असफल रहे, यूके की कोर्ट ने सभी गवाहों और उनके निजी एसेट्स से जुड़ी जानकारी मांगी थी. उनके असल खर्चों के बारे में जानने के लिए कोर्ट ने उनकी दो साल की क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट की भी डिटेल्स मांगी थी.