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अनुपम रसायन के आईपीओ का प्राइस बैंड 553-555 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. (Image- Anupam Rasayan)
Anupam Rasayan IPO: कस्टम सिंथेसिस और लाइफ साइंसेज से संबंधित केमकिल बनाने वाली कंपनी अनुपम रसायन का 760 करोड़ रुपये का आईपीओ 12 मार्च को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 16 मार्च तक इसके लिए बिड कर सकते हैं. आईपीओ का प्राइस बैंड 553-555 रुपये प्रति शेयर रखा गया है और आईपीओ के पहले इसने एंकर इंवेस्टर्स से 225 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. इश्यू के पहले प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 75.8 फीसदी है जो आईपीओ के बाद घटकर 65.4 फीसदी रह जाएगी. अगर आप भी इसमें निवेश करने का मन बना रहे हैं तो पहले कुछ बातें जान लेना जरूरी है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
अनुपम रसायन के सिंजेंटा एशिया पैसिफिक, सुमीटोमो केमिकल कंपनी और यूपीएल समेत कई मल्टीनेशनल कॉरपोरेशंस के साथ मजबूत और लंबे कारोबारी संबंध हैं. इसके अलावा कंपनी को वित्त वर्ष 2018 से वित्त वर्ष 2020 के बीच 24.3 फीसदी सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से रेवेन्यू बढ़ा है. पिछले साल 2020 में कोरोना महामारी के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2020-21 के शुरुआती नौ महीनों में कंपनी का रेवेन्यू 45 फीसदी की दर से बढ़ा है. मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ और कई मल्टी नेशनल कॉरपोरेशंस के साथ लंबे कारोबारी संबंध के चलते ब्रोकरेज फर्म एंजेल ब्रोकिंग ने अनुपम रसायन के आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दिया है.
कंपनी की वित्तीय स्थिति बेहतर
अनुपन रसायन के प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट के मुताबिक इसकी वित्तीय स्थिति बेहतर है. कंपनी का टोटल ऑपरेटिंग इनकम बढ़ा है. वित्त वर्ष 2018 में कंपनी का ऑपरेटिंग इनकम 341 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2019 में बढ़कर 201 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष में कंपनी का टोटल ऑपरेटिंग इनकम 529 करोड़ रुपये था जो चालू वित्त वर्ष 2021 के शुरुआती नौ महीनों में 539 करोड़ रुपये का टोटल ऑपरेटिंग इनकम रहा.
इसके अलावा कंपनी की EBITDA की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष में यह 135 करोड़ था जबकि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 9 महीनों में ही यह 131 करोड़ रुपये है. कंपनी के ईबीआईटी (अर्निंग बिफोर इंटेरेस्ट एंड टैक्स, डिप्रेसिएशन, अमॉर्टाइजेशन) में वित्त वर्ष 2018 से वित्त वर्ष 2020 के बीच 22.19 फीसदी के सीएजीआर से बढ़ोतरी हुई है.
27 शेयरों का लॉट साइज
अनुपम रसायन ने आईपीओ के लिए लॉट साइज 27 शेयरों का रखा है यानी कम से कम 27 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी. अपर प्राइस बैंड 555 रुपये के आधार पर निवेशकों को कम से कम 14,985 रुपये का निवेश करना होगा. नेट इशू का 50 फीसदी क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशन बॉयर्स (QIBs) के लिए आरक्षित है और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए. खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी इशू आरक्षित है.
अनुपम ने अपने आईपीओ के लिए एक्सिस कैपिटल, अंबिट प्राइवेट, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और जेएम फाइनेंशियल को इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है. KFintech Private Limited आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार है. अनुपम रसायन के आईपीओ को लेकर तैयार दस्तावेज में कहा गया है कि आईपीओ से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल मुख्य तौर पर कर्ज भुगतान में किया जाएगा. इसके अलावा इस फंड का इस्तेमाल कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
अनुपम रसायन ने 1984 में कामकाज शुरू किया था. पहले वह पारंपरिक उत्पाद बनाती थी. अब वह स्पेशियलिटी केमिकल बनाती है. गुजरात में अनुपम के 6 मल्टी-पर्पस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं. इनकी कुल कैपेसिटी करीब 23,396 मीट्रिक टन है. कंपनी मुख्य रूप से एग्रोकेमिकल, पर्सनल केयर और फार्मास्युटिकल सेक्टर के लिए उत्पाद बनाती है. वित्त वर्ष 2019-20 में रेवेन्यू में इन सेगमेंट की हिस्सेदारी 95 फीसदी से ज्यादा रही. इसके ग्राहकों में सिंजेंटा एशिया पैसेफिक, सुमीटोमो केमिकल कंपनी और यूपीएल लिमिटेड शामिल हैं.