/financial-express-hindi/media/post_banners/IJoqCfxIV2OcCFDVfqzx.jpg)
स्पेशियलिटी मरीन केमिकल मैन्युफैक्चरर आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज (Archean Chemical Industries) अपना आईपीओ लाने जा रही है.
Archean Chemical IndustriesIPO: स्पेशियलिटी मरीन केमिकल मैन्युफैक्चरर आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज (Archean Chemical Industries) अपना आईपीओ लाने जा रही है. कंपनी ने इसके लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है. कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए 2200 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इस आईपीओ के तहत, 1000 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी किए जाएंगे. वहीं, प्रमोटरों और निवेशकों द्वारा 1.9 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत की जाएगी. रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, ऑफर फॉर सेल में इंडिया रिसर्जेंस फंड (India Resurgence Fund) और पिरामल समूह (Piramal Group) व बैन कैपिटल (Bain Capital) के बीच एक जॉइंट वेंचर द्वारा शेयरों की बिक्री शामिल है.
Crude Oil 1 साल में 62% हुआ महंगा, भारत के लिए इसके क्या हैं मायने, आपके निवेश पर क्या होगा असर
आईपीओ से जुड़ी डिटेल
बाजार के सूत्रों के मुताबिक, कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए 2,000 करोड़ रुपये से 2,200 करोड़ रुपये तक की रकम जुटाना चाहती है. कंपनी इस आईपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल अपने कर्ज के बोझ को कम करने के लिए करेगी. इस कदम से कंपनी की बकाया कर्जदारी, कर्ज चुकाने की लागत कम हो जाएगी और डेट-टू-इक्विटी रेश्यो में सुधार होगा. आईआईएफएल सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और जेएम फाइनेंशियल आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं.
जानें कंपनी के बारे में
- आर्कियन दुनिया भर के ग्राहकों के लिए ब्रोमीन, इंडस्ट्रियल सॉल्ट और सल्फेट ऑफ पोटाश का उत्पादन करती है और इसे निर्यात करती है.
- कंपनी गुजरात के तट पर स्थित कच्छ के रण में अपने नमक भंडार से प्रोडक्ट्स का उत्पादन करती है और गुजरात में हाजीपीर के पास अपनी फैसिलिटी में मैन्यूफैक्चरिंग करती है.
- आर्कियन द्वारा उत्पादित ब्रोमीन का इस्तेमाल प्रमुख इनिशियल लेवल मटेरियल के रूप में किया जाता है. इसका उपयोग फार्मा, एग्रोकेमिकल्स, वाटर ट्रीटमेंट, फ्लेम रिटार्डेंट, एडिटिव्स, ऑयल और गैस व एनर्जी स्टोरेज सेगमेंट्स में होता है.
- इंडस्ट्रियल सॉल्ट केमिकल इंडस्ट्री में अलग-अलग अन्य रसायनों व यौगिकों के उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाला एक अहम कच्चा माल है. इसके अलावा, सल्फेट ऑफ पोटाश का उपयोग फर्टिलाइजर के रूप में व मेडिकल के क्षेत्र में भी होता है.
- ऑपरेशंस से आर्कियन का राजस्व 9.42 प्रतिशत की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से वित्त वर्ष 2019 में 565.5 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 740.76 करोड़ रुपये हो गया है.
(इनपुट-पीटीआई)