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LIC IPO के लिए रविवार को भी खुली रहेंगी बैंक की शाखाएं, सरकार के कहने पर RBI का फैसला

LIC IPO के लिए सरकार के कहने पर आरबीआई ने फैसला किया है कि जिन बैंकों के ज़रिए एलआईसी एप्लिकेशन का प्रोसेस किया जाना है, वे सभी रविवार को भी खुले रहेंगे.

LIC IPO के लिए सरकार के कहने पर आरबीआई ने फैसला किया है कि जिन बैंकों के ज़रिए एलआईसी एप्लिकेशन का प्रोसेस किया जाना है, वे सभी रविवार को भी खुले रहेंगे.

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LIC IPO

LIC IPO: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एलान किया है कि LIC आईपीओ में आवेदन करने वाले आम लोगों की सुविधा के लिए रविवार को भी सभी ASBA- डेजिग्नेटेड बैंक खुले रहेंगे. एलआईसी आईपीओ के लिए सरकार के अनुरोध पर आरबीआई ने यह फैसला किया है. इसका मतलब है कि आरबीआई के इस फैसले के बाद, जिन बैंकों के ज़रिए एलआईसी एप्लिकेशन का प्रोसेस किया जाना है, वे सभी रविवार को भी खुले रहेंगे. आम तौर पर, ASBA के ज़रिए निवेशक पब्लिक इश्यू में शेयरों के लिए अप्लाई करते हैं. देश का अब तक का सबसे बड़ा एलआईसी आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. निवेशक इस इश्यू में 9 मई तक पैसे लगा सकते हैं.

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सरकार के कहने पर लिया गया फैसला

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आरबीआई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि भारत सरकार ने एलआईसी आईपीओ में पैसा लगाने वाले आम लोगों की सुविधा के लिए अनुरोध किया है कि ASBA- डेजिग्नेटेड बैंक (एप्लिकेशन सपोर्टेड बाई ब्लॉक्ड अकाउंट) की शाखाओं को 8 मई, 2022 (रविवार) को खुला रखा जा सकता है. आरबीआई ने आगे कहा, "मामले की जांच की गई है और हमने निर्णय लिया है कि बैंक 8 मई, 2022, रविवार को अपनी सभी ASBA-डेजिग्नेटेड शाखाएं खोल सकते हैं."

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आईपीओ को लेकर कैसा है निवेशकों का रूझान

एलआईसी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के पहले दिन 65 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है. पॉलिसीधारकों और कर्मियों के लिए आरक्षित हिस्सा ओवरसब्सक्राइब हुआ है. वहीं बीएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक सबसे कम बोली नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) के हिस्से के लिए मिली है. सरकार का लक्ष्य एलआईसी में अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी कम करने की है. सरकार इस आईपीओ के ज़रिए 21,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.

(इनपुट-पीटीआई)

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