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रुचि सोया ने अपना कारोबार 1986 में शुरू किया था. करीब तीन साल पहले इसे वर्ष 2019 में बाबा रामदेव की पतंजलि ने दिवालिया प्रक्रिया के जरिए 4350 करोड़ रुपये में खरीद लिया था. (Image- Reuters)
Ruchi Soya FPO: योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) के स्वामित्व वाली एडिबल ऑयल कंपनी रुचि सोया (Ruchi Soya) का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) कल खुलने वाला है. यह एफपीओ है यानी कि इसके शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं. खास बात यह है कि रुचि सोया के एफपीओ के लिए जो प्राइस बैंड तय किया है, वह मौजूदा शेयर भाव से करीब 27 फीसदी डिस्काउंट पर है. एफपीओ आने से पहले इसके शेयरों में भारी गिरावट दिख रही है और एक हफ्ते में यह करीब 17 फीसदी टूट चुका है.
रुचि सोया के एफपीओ के लिए 615-650 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है और यह अभी 890.05 रुपये के भाव पर है. वहीं बीएसई पर यह पिछले 52 हफ्ते में 1,377.00 रुपये की ऊंचाई तक पहुंच चुका है यानी कि इस हाई से एफपीओ का अपर प्राइस 53 फीसदी डिस्काउंट पर है. इस इश्यू में पैसे लगाने को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स ने सब्सक्राइब की रेटिंग दी है.
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निवेश को लेकर एक्सपर्ट्स की राय
ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (मिड कैप्स) अमरजीत मौर्य के मुताबिक कंपनी को पतंजलि ग्रुप का मजबूत सपोर्ट है. इसका डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी मजबूत और बहुत फैला हुआ है. इसके अलावा रणनीतिक रूप से बात करें तो कमोडिटी भाव और फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में वोलैटिलिटी को कंपनी ने बेहतर तरीके से मैनेज किया है. वहीं वैल्यूएशंस की बात करें तो प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से इसका एफपीओ 26.6x TTM P/E भाव पर है जो अडाणी विल्मर से बहुत कम है. अडाणी विल्मर 57.8x के TTM PE पर है. कंपनी के मजबूत ब्रांड, बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, वित्त वर्ष 2021 में इक्विटी पर बेहतर रिटर्न के चलते मौर्य का मानना है कि वैल्यूएशन रीजनेबल लेवल है. ऐसे में मौर्य ने इश्यू को सब्सक्राइब की रेटिंग दी है.
Ruchi Soya FPO की डिटेल्स
- यह एफपीओ 24 मार्च को खुलेगा और इसे 28 मार्च तक सब्सक्राइब कर सकेंगे.
- इश्यू के लिए 616-650 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है.
- लॉट साइज 21 शेयरों का है यानी कि प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 13,650 रुपये लगाने होंगे.
- शेयरों की फेस वैल्यू 2 रुपये है.
- एफपीओ का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) के लिए, 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए और 15 फीसदी हिस्सा एनआईआई (नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स) के लिए आरक्षित किया गया है.
- शेयरों की अलॉटमेंट 31 मार्च 2022 और लिस्टिंग 6 अप्रैल 2022 को हो सकती है.
- एफपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की फंडिंग और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
तीन साल पहले Patanjali ने किया था अधिग्रहण
रुचि सोया ने अपना कारोबार 1986 में शुरू किया था. करीब तीन साल पहले इसे वर्ष 2019 में पतंजलि ने दिवालिया प्रक्रिया के जरिए 4350 करोड़ रुपये में खरीद लिया था. अभी प्रमोटर्स की कंपनी में 99 फीसदी हिस्सेदारी है और इस राउंड के एफपीओ के जरिए कम से कम 9 फीसदी हिस्सेदारी कम करने की जरूरत है. सेबीके नियमों के मुताबिक कंपनी को प्रमोटर्स की हिस्सेदारी तीन साल में अधिकतम 75 फीसदी तक करना है. रुचि सोया तिलहन की प्रोसेसिंग करती है. क्रूड एडिबल ऑयल्स को रिफाइन करती है और सोया उत्पादों को बनाती है. इसके अलावा अन्य वैल्यू एडेड प्रॉडक्ट्स का कारोबार करती है. इसका कारोबार महाकोश, सनरिच, रुचि गोल्ड और न्यूट्रिला के ब्रांड नाम से है.
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)