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Bajaj Finance Stock: आज के कारोबार में बजाज फाइनेंस का शेयर 2 फीसदी से ज्यादा टूटकर 7900 रुपये पर आ गया. (pixabay)
Bajaj Finance Stock Price: तिमाही नतीजों के बाद बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है. आज के कारोबार में शेयर 2 फीसदी से ज्यादा टूटकर 7900 रुपये पर आ गया. मंगलवार को शेयर 8093 रुपये पर बंद हुआ था. हालांकि कंपनी के तिमाही नतीजे बेहतर रहे हैं. कंपनी के मुनाफे में ग्रोथ रही, वहीं एसेट अंडर मैनेजमेंट में भी हेल्दी ग्रोथ देखने को मिली है. ब्रोकरेज हाउस की बात करें तो ज्यादातर इसे लेकर बुलिश हैं. हालांकि कुछ ब्रोकरेज ने शेयर में गिरावट आने के भी संकेत दिए हैं. बता दें कि Bajaj Finance का शेयर निवेशकों के लिए टॉप मल्टीबैगर शेयरों में रहा है.
10 साल में 63 गुना रिटर्न
Bajaj Finance की बात करें तो 10 साल में स्टॉक ने 63 गुना रिटर्न दिया है. 18 अक्टूबर 2013 को शेयर का भाव 128 रुपये था जो मंगलवार को 8093 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं स्टॉक ने 5 साल में 270 फीसदी रिटर्न दिया है.
जेएम फाइनेंशियल: BUY रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस जेएम फाइनेंशियल ने Bajaj Finance में 9500 रुपये के टारगेट के साथ BUY रेटिंग दी है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी ने सितंबर तिमाही में आलराउंड बेहतर प्रदर्शन किया है. PPOP ग्रोथ सालाना आधार पर 30% रही है तो PAT में सालाना बेसिस पर 28% ग्रोथ देखने को मिली है. पोर्टफोलियो मेट्रिक्स और ऑपरेटिंग लेवल पर बैलेंस के साथ यह ग्रोथ रही है. AUM ग्रोथ सालाना आधार पर 33 फीसदी रही है. ऑटो फाइनेंस (+63% YoY), SME (+38% YoY), मोर्तगेजेज (+28% YoY) में ग्रोथ मजबूत रही. जबकि रूरल B2C सेग्मेंट लगातार मॉडरेट पेस में है. NIMs तिमाही आधार पर 14bps मॉडरेट हुआ है. मैनेजमेंट ने संकेत दिया है कि दरों में अस्थिरता को देखते हुए आगे भी NIMs 25-30bps और मॉडरेट हो सकता, हालांकि आरओए पर प्रभाव को बेहतर ऑपरेटिंग लीवरेज और लोअर क्रेडिट कास्ट से बैलेंस किया जा सकता है.
पोर्टफोलियो क्वालिटी मेट्रिक्स बेहतर
जेएम फाइनेंशियल के अनुसार अनसिक्योर्ड लोन में प्रतिस्पर्धी तीव्रता और हायर कस्टमर लीवरेज पर चिंताओं को स्वीकार करते हुए, Bajaj Finance के मैनेजमेंट ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उसके खुद के पोर्टफोलियो क्वालिटी मेट्रिक्स इंडस्ट्री की तुलना में काफी बेहतर हैं और उन्होंने पहले से ही कुछ क्षेत्रों में ग्रोथ में कटौती के संबंध में सक्रिय उपाय किए हैं. इस तरह से अनसिक्योर्ड लेंडिंग मार्केट के बड़े क्षेत्र में ओवरआल एन्वायरमेंट आशावादी बना हुआ है. ऐप इंस्टॉल, डिजिटल अधिग्रहण और भुगतान में निरंतर गति के साथ डिजिटल पहल अच्छी तरह से बढ़ रही है. हमें उम्मीद है कि ऑपरेटिंग लीवरेज बरकरार रहने के कारण बजाज फाइनेंस FY23-25E में एयूएम में 29% सीएजीआर और अर्निंग में 27.5% सीएजीआर ग्रोथ दे सकता है.
मोतीलाल ओसवाल: BUY रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने भी Bajaj Finance में 9600 रुपये के टारगेट के साथ BUY रेटिंग दी है. करंट प्राइस 8093 रुपये के लिहाज से यह 19 फीसदी अधिक है. कस्टमर एक्वीजिशन और न्यू लोन ट्रैजेक्टरी मजबूत रहा है. डिजिटल इको सिस्टम (ऐप, वेब प्लेटफॉर्म और फुल-स्टैक पेमेंट ऑफरिंग) के साथ मोमेंटम और मजबूत होगा. कंपनी को कम परिचालन लागत अनुपात के साथ वित्त वर्ष 2014 में NIM कंप्रेशन की भरपाई करने में सक्षम होना चाहिए. ब्रोकरेज के ईपीएस अनुमान काफी हद तक अपरिवर्तित हैं, और उम्मीद है कि कंपनी FY23-FY26 में 28 फीसदी का PAT CAGR और FY26 में 4.8% और 23% का RoA और RoE दे सकती है.
ब्रोकरेज हाउस की Sell रेटिंग
Macquarie ने 'underperform' रेटिंग के साथ 6300 रुपये का टारगेट दिया है. Goldman Sachs ने स्टॉक में 'Sell' रेटिंग के साथ 7205 रुपये का टारगेट सेट किया है. वहीं CLSA ने buy रेटिंग के साथ 9500 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज हाउस Jefferies ने Bajaj Finance के शेयर में 'buy' रेटिंग दी है और 9470 रुपये का टारगेट दिया है. ब्रोकरेज हाउस HSBC ने भी ‘buy’ रेटिंग के साथ 9620 रुपये का टारगेट सेट किया है जो पहले 9500 रुपये था. हालांकि
कैसे रहे कंपनी के नतीजे
नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) का मुनाफा सितंबर तिमाही में 28 फीसदी बढ़कर 3551 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में 2781 करोड़ था. वहीं, पिछली तिमाही में कंपनी को 3436 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 26 फीसदी बढ़कर 8,845 रही, जो पिछले साल 7,002 करोड़ थी. असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी 33 फीसदी बढ़कर 290,264 करोड़ रहा, जो पिछले साल 218,366 करोड़ था.
कंपनी की एसेट क्वालिटी बेहतर हुई है और ग्रॉस एनपीए (GNPA) व नेट NPA में गिरावट आई है. ग्रॉस एनपीए सितंबर तिमाही में 0.91 फीसदी रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1.17 फीसदी था. वहीं, नेट एनपीए भी 0.44 फीसदी से घटकर 0.31 फीसदी रह गया. कंपनी के मुताबिक, उसकी लिक्विडिटी की स्थिति मजबूत बनी हुई है क्योंकि सितंबर के अंत में कंसोलिडेटेड नेट लिक्विडिटी सरप्लस 11,400 करोड़ रुपये था.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)