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बंधन बैंक का वित्त वर्ष 2020 में कुल डिपॉजिट 32 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 57,073 करोड़ हो गया है. पिछले एक साल से बैंकिंग सेक्टर में जिस तरह का दबाव है, उसे देखते हुए बंधन बैंक का प्रदर्शन बेहतर है. हालांकि इसके बाद भी एक्सपर्ट बैंक की एसेट क्वालिटी को लेकर चिंता जता रहे हैं. असल में एक्सपर्ट का मानना है कि लॉकडाउन की वजह से माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर खासा असर पड़ने वाला है. उनकी एसेट क्वालिटी में बड़ी गिरावट आ सकती है. लॉकडाउन से कर्ज देने और कलेक्शन पर काफी असर पड़ रहा है. फिलहाल कुछ ब्रोकरेज हाउस ने बंधन बैंक पर टारगेट घटा दिया है. हालांकि कुछ ने इसमें टारगेट घटाने के बाद भी निवेश की सलाह दी है.
बंधन बैंक ने दी जानकारी
बंधन बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी कुल जमा राशि में खुदरा जमाओं की 78.4 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो बीते वर्ष के मुकाबले 34 फीसदी बढ़कर 31 मार्च 2020 तक 44,760 करोड़ रुपये हो गई. बंधन बैंक के साथ अक्टूबर 2019 में गृह फाइनेंस का विलय हुआ था, जिसके बाद बैंक में उसके प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 82.26 फीसदी से घटकर 60.96 फीसदी हो गई. ऐसे में मार्च 2019 के आंकड़े पूर्ववर्ती बैंक के हैं, जबकि मार्च 2020 के आंकड़े विलय के बाद बनी ईकाई के हैं. बैंक ने बताया कि वर्ष 2019-20 के दौरान ऋण एवं अग्रिम 60 फीसदी बढ़कर 71,825 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2020 के अंत में उसकी कुल जमा राशि में माइक्रो बैंकिंग जमाओं की हिस्सेदारी 5.7 फीसदी थी.
लॉकडाउन: एसेट क्वालिटी को लेकर चिंता
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल का कहना है कि लॉकडाउन के चलते नियर टर्म में बैंक की एसेट क्वालिटी पर असर होगा. लेकिन रूरल इकोनॉमी के कम प्रभावित होने के चलते मोरेटोरियम के 3 महीने बाद कलेक्शन में सामान्य स्थिति लौटनी चाहिए. हालांकि अभी कुछ महीने एसेट क्वालिटी पर दबाव रहेगा. इसके चलते वित्त वर्ष 2021 में बैंक का एनपीए बढ़कर 3.3 फीसदी रह सकता है. ब्रोकरेज हाउस एम्बिट कैपिटल ने भी बैंक की एसेट क्वालिटी में भारी गिरावट का अनुमान जताया है. ब्रोकरेज के अनुसार लॉकडाउन से माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर बड़ा असर हो रहा है. कर्ज देने और कलेक्शन पर असर है. बंधन बैंक के कस्टमर्स में ऐसे ग्राहकों की संख्या ज्यादा है, जो डेली बेसिस पर कमाई करते हैं.
शेयर के लिए क्या टारगेट दे रहे हैं ब्रोकरेज
एमके ग्लोबल के अनुसार बैंक की एसेट क्वालिटी पर दबाव है लेकिन पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई होने का फायदा इसे मिलेगा. बैंक के पास कैपिटल की सिथति मजबूत है, लायबिलिटी प्रोफाइल हेल्दी है. ऐसे में दबरव के बाद भी रिकवरी आ जाएगी. ब्रोकरेज ने शेयर के लिए टारगेट प्राइस रिवाइज कर 262 रुपये कर दिया है. हालोकि एम्बिट कैपिटल ने अपना टारगेट 395 रुपये से घटाकर 65 रुपये कर दिया है.
इस साल 63% आ चुकी है गिरावट
कोविड 19 की मार बंधन बैंक के शेयरों पर भी जोरदार तरीके से पड़ी है. इस साल की बात करें तो शेयर में करीब 63 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. 1 जनवरी को शेयर 503 रुपये के भाव पर था. अब यह घटकर 185 रुपये के भाव पर आ गया है.