/financial-express-hindi/media/post_banners/4D4vjLzn4wmBc4aGBDLe.jpg)
HDFC और HDFC Bank के मर्जर प्लान को बैंक रेगुलेटर RBI से मंजूरी मिल गई है. (File)
RBI onHDFC Bank & HDFC Merger Plan: निजी क्षेत्र के दिग्गज बैंक HDFC Bank का पैरेंट कंपनी HDFC के साथ विलय को लेकर बात एक और स्टेप आगे बढ़ी है. HDFC Bank ने कहा है कि पैरेंट कंपनी के साथ मर्जर के प्रस्ताव पर बैंक रेगुलेटर रिजर्व बैंक आफ इंडिया (RBI) से मंजूरी मिल गई है. RBI से बैंक को इस मर्जर प्लान पर नो आब्जेक्शन मिला है. HDFC Bank ने बीएसई फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है. इसके पहले स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई से भी मर्जर प्लान को मंजूरी मिल चुकी है. बता दें कि दोनों कंपनियों के मर्जर का प्रस्ताव इसी साल अप्रैल में सामने आया था.
बैंक ने फाइलिंग में क्या कहा
HDFC Bank ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि उसे अपनी मूल कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC) के साथ मर्जर के प्रस्ताव के लिए बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर क्षेत्र के नियामक RBI की मंजूरी मिल गई है. RBI ने इस योजना के लिए 'नो आग्जेक्शन' दिया है, जो कुछ शर्तों के अधीन है. यह मर्जर प्रपोजल भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT), अन्य लागू प्राधिकरणों और संबंधित शेयरधारकों और कंपनियों के लेनदारों सहित विभिन्न वैधानिक और रेगुलेटरी अप्रूवल के अधीन है. फिलहाल यह प्रस्ताव भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़े लेनदेन के रूप में जाना जाता है.
स्टॉक एक्सचेंज से भी मिल चुकी है मंजूरी
इसके पहले HDFC Bank और HDFC के मर्जर प्लान को बांबे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) से मंजूरी मिल चुकी है. BSE से बैंक को नो एडवर्स आब्जर्वेशन और NSE से नो आब्जेक्शन मिला है. बैंक ने इसके पहले बीएसई फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी थी.
सबसे बड़े बैंकों में शुमार होगा HDFC Bank
HDFC के साथ विलय के बाद HDFC Bank दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में शुमार हो जाएगा. यह सौदा करीब 6 हजार करोड़ डॉलर (4.53 लाख करोड़ रुपये) का है जो इस साल 2022 में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी सौदा है. इस सौदे के पूरा होने पर विलय के बाद बैंक का मार्केट कैप 20 हजार करोड़ डॉलर (15.12 लाख करोड़ रुपये) के और करीब पहुंच सकता है. HDFC के अनुसार इस डील का उद्देश्य HDFC Bank के हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो को बेहतर बनाना और इसका मौजूदा कस्टमर बेस बढ़ाना है. वहीं हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में भी तेजी आएगी. HDFC और HDFC Bank का यह मर्जर फिस्कल ईयर 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा होने की उम्मीद है.
शेयरधारकों को क्या मिलेगा
इस मर्जर में कंपनी के शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स भी शामिल होंगे. डील के तहत HDFC Bank 100 फीसदी सार्वजनिक शेयरधारकों के स्वामित्व में होगा. जबकि HDFC लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों के पास HDFC Bank में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी. HDFC शेयरधारकों को प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के बदले उन्हें संयुक्त कंपनी में शेयर एक्सचेंज रेश्यो के अनुसार 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे.