/financial-express-hindi/media/post_banners/fVIlLoBfjyZc5LRwcmmk.jpg)
S&P; BSE BANKEX पर बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा अन्य सभी बैंकिंग शेयर और निफ्टी बैंक पर पीएनबी को छोड़ अन्य सभी शेयर उछाल के साथ बंद हुए हैं. (Image- Pixabay)
Banking Stocks: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज (10 फरवरी) अपनी नई क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान किया है. पॉलिसी के ऐलान का बैंकिंग स्टॉक्स ने शानदार स्वागत किया और साप्ताहिक F&O एक्सपायरी के दिन आज बढ़त के साथ बंद हुए. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने बेंचमार्क इंटेरेक्ट रेट को 4 फीसदी पर बरकरार रखा है और मॉनिटरी कमिटी के 6 में से 5 सदस्य पॉलिसी रुख ‘अकोमोडेटिव’ रखने के पक्ष में हैं.
आज बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा एसएंडपी बीएसई बैंकेक्स (S&P BSE BANKEX) इंडेक्स में शामिल सभी बैंकिंग शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं. सबसे अधिक तेजी आज फेडरल बैंक में रही और यह 2.2 फीसदी की उछाल के साथ 104.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ. वहीं दूसरी तरफ निफ्टी बैंक पर पीएनबी को छोड़ अन्य सभी शेयर उछाल के साथ बंद हुए हैं. पीएनबी में आज 2.04 फीसदी की गिरावट रही.
S&P BSE BANKEX पर सिर्फ बैंक ऑफ बड़ौदा में बिकवाली
आज एसएंडपी बीएसई बैंकेक्स पर महज बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) में बिकवाली का रूझान रहा. हालांकि इसमें भी मामूली गिरावट रही और यह 0.09 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 114.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ. S&P BSE BANKEX आज 1.07 फीसदी मजबूत होकर 44,683.73 पर बंद हुआ है.
निफ्टी बैंक पर सिर्फ PNB फिसलन के साथ बंद
निफ्टी बैंक पर आज फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक बैंक में सबसे अधिक तेजी रही. पीएनबी को छोड़ अन्य बैंकिंग शेयर मजबूत हुए हैं और एसबीआई 52 हफ्ते के रिकॉर्ड भाव 549 रुपये के करीब पहुंच गया. फेडरल बैंक भी 107.65 रुपये और एयू बैंक 1424 रुपये के 52 हफ्ते के रिकॉर्ड भाव के करीब पहुंचकर बंद हुआ है. निफ्टी बैंक 1.04 फीसदी की उछाल के साथ 39010.95 पर बंद हुआ है.
लगातार 10वीं बार आरबीआई ने स्थिर रखी दरें
आरबीआई ने आज मौद्रिक नीतियों का ऐलान किया है और लगातार 10वीं बार बेंचमार्क दरों को अपरिवर्तित रखा है. आरबीआई ने रेपो रेट 4% पर बरकरार रखा है और रिवर्स रेपो रेट भी 3.35% पर बना रहेगा. पिछली बार वर्ष 2020 में केंद्रीय बैंक ने मार्च में 0.75 फीसदी (75 बीपीएस) और मई में 0.40 फीसदी (40 बीपीएस) की कटौती की थी और उसके बाद रेपो रेट 4 फीसदी के ऐतिहासिक निचले स्तर पर लुढ़क गया. इसके बाद से अभी तक आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है.