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पिछले साल भारतीय शेयर बाजार ने दुनिया भर के विकासशील व विकसित देशों के बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया था.
Nifty Outlook: पिछले साल 2021 में 23 फीसदी की मजबूती के बाद इस साल घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 की तेजी कुछ थम सकती है. वैश्विक ब्रोकरेज व रिसर्च फर्म यूबीएस एजी के एनालिस्ट्स के मुताबिक घरेलू मार्केट का वैल्यूएशन अभी भी बहुत ऊंचा है और यह पूरी तरह से आने वाली विपरीत परिस्थितियों को नहीं दिखा रही है. पिछले साल भारतीय शेयर बाजार ने दुनिया भर के विकासशील व विकसित देशों के बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया था. निफ्टी अभी 17700 के करीब और सेंसेक्स 59400 के ऊपर है जो पिछले साल 2021 के रिकॉर्ड हाई लेवल से करीब 5 फीसदी नीचे हैं. इंडिविजुअल स्टॉक्स की बात करें तो यूबीएस एजी ने फाइनेंशियल स्टॉक्स पर भरोसा जताया है.
इन कारणों से फिसल सकता है निफ्टी
यूबीएस एजी के एनालिस्ट Hartmut Isse ने अपने नोट में लिखा है कि निफ्टी बहुत हाई वैल्यूएशन पर है जिसके चलते इसमें गिरावट हो सकती है. इसके अलावा यूबीएस एजी ने घरेलू शेयर मार्केट में निवेश के रूझान को लेकर भी निफ्टी में फिसलन की आशंका जताई है. घरेलू शेयर मार्केट में तेजी की वजह विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स की बजाय घरेलू खुदरा निवेशक रहे जो अपने पैसे निकाल सकते हैं, अगर मार्केट से उन्हें बेहतर रिटर्न नहीं मिला या बैंक डिपॉजिट रेट बढ़ाता है. इन दोनों ही परिस्थितियों में घरेलू खुदरा निवेशक अपने पैसे निकाल सकते हैं जिससे मार्केट फिसल सकता है. यूबीएस एजी के अनुमान के मुताबिक निफ्टी में फिसलन हो सकती है लेकिन तेज गिरावट के आसार नहीं है.
इन शेयरों पर जताया भरोसा
पिछले छह महीने में बैंक निफ्टी इंडेक्स का प्रदर्शन निफ्टी 50 की तुलना में कमजोर रहा है. पिछले 6 महीने में निफ्टी 11 फीसदी मजबूत हुआ जबकि निफ्टी बैंक महज 4 फीसदी. यूबीएस एजी की रिपोर्ट के मुताबिक लोन बुक में 10 फीसदी की ग्रोथ हो सकती है जिसके चलते बैंक और नॉन-बैंकों में तेजी आ सकती है. इसके अलावा ब्याज दरों के बढ़ने पर नेट इंटेरेस्ट मार्जिन में भी बढ़ोतरी होगी. एनालिस्ट्स के एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे निजी बैंक अपने पियर्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसके अलावा पीएसयू बैंकों की बात करें तो आगामी चुनावों का इन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है लेकिन यह अस्थाई होगा.
यूबीएस एजी ने एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, एलएंडटी फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल को प्रेफर्ड स्टॉक की सूची में रखा है जबकि सिर्फ कोटक महिंद्रा बैंक ही ऐसा ब़ड़ा निजी बैंक है जिसे यूबीएस की कम प्रेफर्ड स्टॉक की सूची में रखा है.
(आर्टिकल: क्षितिज भार्गव)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)