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टेलीकॉम सेक्टर के लिए राहत पैकेज के ऐलान को लेकर पिछले दो दिनों से टेलीकॉम सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी दिख रही है.
वित्तीय संकट से जूझ रही टेलीकॉम सेक्टर के लिए राहत पैकेज को लेकर आज कैबिनेट बैठक होनी है. इससे पहले आज 8 सितंबर को दिग्गज टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के शेयर इंट्रा-डे में 2 फीसदी की उछाल के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए. इसके शेयर 684 रुपये के भाव पर हैं. गहरे वित्तीय संकट से जूझ रही वोडाफोन आइडिया के शेयरों में भी आज तेजी दिख रही है और यह 7.5 फीसदी की उछाल के साथ 8.90 रुपये के भाव पर पहुंच गया. इस सप्ताह एयरेटल 3.15 फीसदी मजबूत हो चुका है जबकि वोडा आइडिया के शेयरों में 22.5 फीसदी तक की तेजी आ चुकी है.
आज केंद्रीय कैबिनट की बैठक होनी है. इसमें दूरसंचार विभाग के प्रस्ताव पर विचार किया है. दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए राहत पैकेज देने का प्रस्ताव रखा है. इस राहत पैकेज के ऐलान को लेकर पिछले दो दिनों से टेलीकॉम सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी दिख रही है. एनालिस्ट्स का मानना है कि राहत पैकेज के ऐलान से पूरे टेलीकॉम सेक्टर को तो फायदा पहुंचेगा ही, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, इंडसइंड बैंक और एसबीआई जैसे बैंकिंग स्टॉक्स में भी तेजी आ सकती है.
निवेश को लेकर एक्सपर्ट की ये है राय
- इस सप्ताह एयरेटल 3.15 फीसदी मजबूत हो चुका है जबकि वोडा आइडिया के शेयरों में 22.5 फीसदी तक की तेजी आ चुकी है. स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि हाई बीटा वैल्यू के चलते वोडाफोन आइडिया के शेयरों में अधिक तेजी रह सकती है लेकिन निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है. मीना के मुताबिक टेलीकॉम सेक्टर तेजी से डुओपॉली (ऐसी स्थिति जिसमें दो कंपनियों का कब्जा हो) की तरफ बढ़ रहा है जिससे सेक्टर ग्रोथ का फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज और एयरटेल को मिलेगा. ऐसे में निवेशक इन दोनों स्टॉक में निवेश कर मुनाफा कमा सकते हैं.
- मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को खरीदने की रेटिंग दी हुई है. ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद रिलायंस जियो मजबूत बनी रही और इसकी ग्रॉस/नेट सब्सक्राइबर एडीशन रेट बेहतर रही.
- कैपिटलवाया ग्लोबल रिसर्च के टेक्निकल रिसर्च प्रमुख आशीष बिश्वास के मुताबिक एयरटेल के पूंजी जुटाने के फैसले का शॉर्ट टर्म में निगेटिव इंपैक्ट पड़ सकता है लेकिन इसने अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले अधिक सब्सक्राइबर जोड़े हैं और यह एयरटेल एक्स्ट्रीम फाइबर जैसे इकोसिस्टम को बनाने को लेकर एग्रेसिव है. ऐसे में बिश्वास का मानना है कि निवेशक एयरटेल में लांग टर्म के लिए निवेश कर सकते हैं और जिनका अभी इसमें निवेश है, वे इसे लंबे समय तक होल्ड कर सकते हैं.
(आर्टिकल: सुरभि जैन)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)