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Adani Group: अडानी ग्रुप कंपनियों को बीते दिनों भारी तूफान का सामना करने के बाद कुछ राहत मिलती दिख रही है. (Reuters)
Adani Enterprises News: गौतम अडानी ग्रुप कंपनियों को बीते दिनों भारी तूफान का सामना करने के बाद कुछ राहत मिलती दिख रही है. अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की अडानी ग्रुप कंपनियों पर निगेटिव खबर आने के बाद शेयरों में भारी गिरावट आई थी. लेकिन अब एक एक कर मुसीबतें कम हो रही हैं. बीते दिनों जीक्यूजी और गोल्डमैन ने ग्रुप शेयरों में भारी निवेश किया था, जिसके बाद से सेंटीमेंट बेहतर हुए. वहीं फंड रेजिंग के जरिए कर्ज कम करने की खबर भी पॉजिटिव रही. अब गौतम अडानी के लिए एक और राहत की खबर है. स्टॉक एक्सचेंज एनएसई ने अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को निगरानी से बाहर कर दिया है.
क्या है पूरा मामला
NSE ने अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क से बाहर कर दिया है. अन्य अडानी ग्रुप की कंपनियों अंबुजा सीमेंट्स और अडानी पोर्ट्स को भी 2 फरवरी को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क (एसटी-एएसएम) के तहत रखा गया था. हालांकि, ये कंपनियां 13 फरवरी को कुछ ही समय बाद ST-ASM ढांचे से बाहर निकल गईं.
क्या है एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क?
NSE के एक सर्कुलर के अनुसार, सेबी और स्टॉक एक्सचेंज ने कंबाइंड रूप से इन सिक्योरिटीज में लेनदेन करते समय निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह देने के लिए एएसएम ढांचे की शुरुआत की थी. यानी यह निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है. इसमें जो शेयर रखा जाता है, उसमें उतार चढ़ाव पर रेगुलेटर की नजर होती है. इसमें लॉन्ग्सि टर्म और शॉर्ट टर्म के लिए शेयर को रखा जाता है. सिक्योरिटीज को कुछ पैरामीटर के आधार पर कवर करते हुए इसके तहत रखने के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. मसलन हाई लो वेरिएशन, क्लाइंट कंसन्ट्रेशन, क्लोज प्राइस वेरिएशन के करीब, मार्केट कैप, वॉल्यूम वेरिएशन, डिलिवरी परसेंटेज, यूनिक पैन नंबर, PE.
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अडानी ग्रुप कंपनियों पर था आरोप
हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप कंपनियों पर मैन्यूपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था. 24 जनवरी को रिोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप शेयरों में भारी उतार चढृाव शुरू हो गयाऋ जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज का भी शेयर शामिल थाऋ इसी के बाद एनएसई ने इस पर निगरानी बढ़ा दी थी.
अडानी ग्रुप के लिए पॉजिटिव खबरें
अडानी ग्रुप ने 4 लिस्टेड कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी अमेरिकी संपत्ति प्रबंधक कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है. इसमें अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीसेज), अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के शेयर शामिल हैं.
प्रमोटर इकाई ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी को बेच दिया है. गोल्डमैन सैक्स, जीक्यूजी पार्टनर्स ने 2 फीसदी से अधिक शेयर खरीदे.
ऐसी मीडिया रिपोर्ट है कि अडानी ग्रुप निवेशकों के बीच भरोसा पैदा करने के लिए कर्ज चुकाने की कोशिश में है. रॉयटर्स के मुताबिक ग्रुप मार्च-अंत तक 690 मिलियन डॉलर से 790 मिलियन डॉलर के शेयर बैक्ड लोन को चुकाना चाह रहा है. अडानी ग्रुप निवेशकों का विश्वास बढ़ाने के लिए सिंगापुर और हांगकांग में एक फिक्स्ड इनकम रोड शो के आयोजन की भी खबरें हैं.