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मौजूदा भाव से रिलायंस के शेयर प्राइस करीब 26 फीसदी तक उछल सकते हैं. आज बीएसई पर यह 2255.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ है. (Image- Pixabay)
Reliance Outlook: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में दबाव दिख रहा है. इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिखा और मार्केट पूंजी के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस के शेयर आज (24 फरवरी) करीब 5 फीसदी टूट गए और पिछले पांच दिन में 8 फीसदी टूटे हैं. हालांकि एनालिस्ट्स अभी भी रिलायंस रिटेल व जियो टेलीकॉम में मजबूत ग्रोथ के चलते इस स्टॉक को लेकर बुलिश हैं. मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मौजूदा भाव से इसके शेयर प्राइस करीब 26 फीसदी तक उछल सकते हैं. आज बीएसई पर यह 2255.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ है.
मार्केट एक्सपर्ट्स ने ये टारगेट प्राइस किया तय
हाल ही में अपनी विदेशो ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टेन (Bernstein) और घरेलू ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने अपनी रिपोर्ट्स जारी की है. बर्नस्टेन के एनालिस्ट्स ने अपनी रिपोर्ट में रिलांयस रिटेल को भारतीय रिटेल इंडस्ट्री का किंग कहा है तो जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) को उम्मीद है कि रिलायंस जियो भारतीय डिजिटल मार्केट से बड़े डिजिटल अवसर को मजबूती से भुना सकती है. बर्नस्टेन ने अपनी एनालिसिस के आधार पर इस स्टॉक को 2830 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है जबकि जेएम फाइनेंशियल ने 2815 रुपये प्रति शेयर के भाव पर टारगेट प्राइस के साथ बाई रेटिंग दी है यानी कि मौजूदा भाव से टारगेट प्राइस अचीव होने पर करीब 26 फीसदी का मुनाफा होगा.
देश की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड रिटेलर Reliance Retail
बर्नस्टेन के मुताबिक कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से रिलायंस की रिटेल इकाई का काराबोर बढ़ा है और इसने कई ब्रांड खुद से जोड़े हैं. एनालिस्ट्स के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-25 के बीच रिलायंस रिटेल 30 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ सकती है. रेवेन्यू और स्टोर नेटवर्क के मामले में मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस की खुदरा इकाई देश की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड रिटेलर है. इसके देश भर में 4 करोड़ स्क्वायर फीट में फैले 14 हजार से अधिक स्टोर हैं. पिछले पांच साल में इसका रेवेन्यू पांच गुना बढ़ा है. रिलायंस रिटेल के नेटवर्क में डुंजो, मिल्क बास्केट, जियोमार्ट, एजियो समेत कई ब्रांड्स हैं. इसके अलावा इसके नेटवर्क में जियोफोन नेक्स्ट व जस्ट डॉयल जैसे ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स हैं.
बढ़ते डिजिटल मार्केट का सबसे अधिक फायदा जियो को
जेएम फाइनेंशियल के मुताबिक भारत में डिजिटल मार्केट तेजी से विस्तार कर रहा है और जियो इसका फायदा उठा सकता है. जियो के 41.6 करोड़ टेलीकॉम सब्सक्राइबर्स हैं और इसकी कई डिजिटल प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी है. इसके अलावा जियो कई ऐप्स भी ऑफर कर रही है जिससे सब्सक्राबर्स को जोड़ने में कंपनी सफल रही है. जेएम फाइनेंशियल के एनालिस्ट्स के मुताबिक डिजिटल मोनेटाइजेशन का फायदा उठाने के लिए जियो सबसे मजबूत स्थिति में है क्योंकि इसकी कई डिजिटल/टेक प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी है. भारत का डिजिटल मार्केट वित्त वर्ष 2024-24 तक 4 से 5 गुना बढ़कर 1 ट्रिलियन डॉलर (75.61 लाख करोड़ रुपये) का हो सकता है. जियो का डिजिटल एसेट्स करीब 1500 करोड़ डॉलर (1.13 लाख करोड़ रुपये) का है.
(आर्टिकल: क्षितिज भार्गव)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)