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पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है.
Bitcoin Price : पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है. आज 2 मार्च को इस रिपोर्ट को लिखे जाने के समय यह लगभग 44,000 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 24 फरवरी को लगभग 34,900 डॉलर तक की गिरावट हुई थी, लेकिन अब इसने 23 फीसदी की बढ़त के साथ वापसी कर ली है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच बिटकॉइन मार्च 2022 में नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. बिटकॉइन का मूल्य रूसी फिएट करेंसी रूबल के मूल्य से भी ज्यादा हो गया है.
निवेशकों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते शेयर बाजारों में गिरावट आई है, लेकिन इस बीच क्रेप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद है. निवेशकों का मानना है कि पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन जल्द ही अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू सकता है. निवेशकों को उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक बिटकॉइन 50,000 डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई ऐसे कारण हैं जिनके चलते इस महीने बिटकॉइन की कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है. आइए जानते हैं कि वे कौन से कारण हैं.
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बिटकॉइन की कीमतों में इसलिए आ सकती है तेजी
EarthID के VP (रिसर्च एंड स्ट्रैटेजी) शरत चंद्र ने FE ऑनलाइन को बताया, "बिटकॉइन ने खुद को इक्विटी मार्केट से अलग कर लिया है. जब बिटकॉइन की कीमतें बढ़ीं, तो ऐसे समय में तेल की बढ़ती कीमतों की चिंताओं के बीच S&P इंडेक्स में गिरावट आई. यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई लंबे समय तक चल सकती है, इसलिए बिटकॉइन में भी तेजी की उम्मीद है और यह नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. मंदी की आशंकाओं को देखते हुए, 2022 में फेड रेट हाइक की संख्या कम होने की उम्मीद है. ये सभी फैक्टर्स मार्च में बिटकॉइन की कीमतों को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं.”
रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो के लिए टर्निंग पॉइंट
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है. थिंकचैन के फाउंडर और CEO दिलीप सीनबर्ग ने कहा, "रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है. अगर क्रिप्टो के माध्यम से नेशनल ट्रेड किया जा सकता है, तो यह निश्चित रूप से प्राइसिंग को प्रभावित करने वाला है.” उन्होंने आगे कहा कि बिटकॉइन एकमात्र डी-सेंट्रलाइज करेंसी है, जो अन्य altcoins के विपरीत कई देशों के लिए लीगल टेंडर बन सकती है, जो ज्यादातर लोगों या संगठनों के स्वामित्व वाली सेंट्रलाइज्ड एजेंसी के तहत काम करती है.
हालांकि, सीनबर्ग को नहीं लगता कि बिटकॉइन एक महीने के भीतर 50,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा, "हालांकि, एक महीने के भीतर यह फिर से 50,000 डॉलर के स्तर तक नहीं पहुंचेगा. 50,000 डॉलर तक पहुंचने में इसे 21-25 दिनों का और समय लग सकता है.” इस बीच, Ether, Solana, Binance Coin जैसी अन्य क्रिप्टो एसेट्स की कीमतें भी रिकवर होती दिख रही हैं.
(आर्टिकल- राजीव कुमार)
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