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BLUE JET HEALTHCARE ने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए SEBI के पास दस्तावेज जमा कराये हैं.
फार्मा सेक्टर के लिए कच्चा माल बनाने वाली कंपनी ब्लू जेट हेल्थकेयर (Blue Jet Healthcare) ने इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराये हैं. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 2,100 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट डॉक्युमेंट्स के अनुसार IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित होगा, जिसके जरिए कंपनी के प्रमोटर्स अक्षय बंसरीलाल अरोड़ा और शिवम अक्षय अरोड़ा अपने 2,16,83,178 शेयर बेचना चाहते हैं. मर्चेंट बैंकर के सूत्रों के मुताबिक आईपीओ का आकार 1,800 करोड़ रुपये से 2,100 करोड़ रुपये के बीच होगा.
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जानें कंपनी के बारे में
ब्लू जेट हेल्थकेयर (Blue Jet Healthcare) ने पिछले पचास साल में 40 से अधिक उत्पादों के कॉमर्शियलाइजेशन (commercialization of products) के साथ 100 से अधिक उत्पादों का विकास किया है. पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी की परिचालन आय (operating income) 37 फीसदी बढ़कर 683.47 करोड़ रुपये हो गई. जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में यह 498.93 करोड़ रुपये थी. इस अवधि में कंपनी का नेट प्रॉफिट भी 34 प्रतिशत बढ़कर 181.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी ने 135.79 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था. कंपनी के शेयर बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर लिस्ट होंगे.
क्या है IPO
इनीशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ बाजार से पूंजी जुटाने के लिए किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा लाया जाता है. यह एक प्राइवेट कंपनी को पब्लिक कंपनी में बदलने की प्रक्रिया है. जब कंपनियों को पैसे की जरूरत होती है तो वे शेयर बाजार में खुद को लिस्ट कराती हैं. आईपीओ के ज़रिए प्राप्त पूंजी को कंपनी अपनी जरूरत के हिसाब से खर्च करती है. इस फंड का इस्तेमाल कर्ज चुकाने या कंपनी की तरक्की आदि में किया जा सकता है. स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की लिस्टिंग से कंपनी को सही वैल्यूएशन हासिल करने में मदद मिलती है. साथ ही इससे आम निवेशकों को भी कंपनी के कारोबार में हिस्सेदार बनने का मौका मिलता है.