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BPCL Stocks Rose: भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के शेयरों में 2 मार्च को जोरदार तेजी देखने को मिल रही है.
BPCL Stocks on 52 Weeks High: भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के शेयरों में 2 मार्च को जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. आज के कारोबार में कंपनी का शेयर 4.5 फीसदी से ज्यादा मजबूती के साथ 482 रुपये के भाव पर पहुंच गया. यह शेयर के लिए 1 साल का हाई है. सोमवार को शेयर 455 रुपये पर बंद हुआ था. असल में बीपीसीएल के बोर्ड ने पूरी हिस्सेदारी नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) में बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. यह हिस्सेदारी ऑयल इंडिया लिमेटेड, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड और असम सरकार खरीदेगी. इस खबर से मंगलवार को बीपीसीएल के शेयर में तेजी दिखी.
क्या निवेशकों को लगाना चाहिए दांव
BPCL को लेकर कई ब्रोकरेज हाउस ने पॉजिटिव राय दी है. ब्रोकरेज हाउस नोमुरा ने शेयर में निवेया की सलाह देते हुए लक्ष्य को 550 रुपये कर दिया है. नोमुरा का कहना है कि डिसइन्वेस्टमेंट पर अब स्थिति धीरे धीरे साफ हो रही है, जिससे सेंटीमेंट बेहतर हुआ है. आयल प्राइस आगे कम होने, प्रोडक्ट मार्जिन कमजोर रहने का अनुमान है, लेकिन एक्साइज ड्यूटी घटने का अनुमान है, जो पॉजिटिव फैक्टर है. रिकवरी में कुछ समय लग सकता है, लेकिन वेल्युएशन बेहतर है. आने वाले दिनों में कंपनी की अर्निंग में भी ग्रोथ का अनुमान है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने शेयर के लिए 520 रुपये का लक्ष्य देते हुए निवेश की सलाह दी है. वहीं जेफरीज ने 500 रुपये का लक्ष्य दिया है. ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने भी शेयर पर ओवरवेट रेटिंग देते हुए लक्ष्य को 495 रुपये कर दिया है. जेपी मॉर्गन ने खरीद की सलाह देते हुए लक्ष्य 550 रुपये तय किया है.
प्राइवेटाइजेशन का रास्ता साफ!
नुमालीगढ़ में हिस्सेदारी बेचने से बीपीसीएल को 9,876 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है. इसके बाद बीपीसीएल के प्राइवेटाइजेशन का रास्ता भी साफ हो जाएगा. बीपीसीएल देश की दूसरी सबसे ऑयल मार्केटिंग कंपनी है. बीपीसीएल की एनआरएल में 61.65 फीसदी हिस्सेदारी है. बीपीसीएल ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में कहा है कि अगर असम सरकार एनआरएल में हिस्सेदारी नहीं खरीदती है, तो फिर पूरी हिस्सेदारी ऑयल इंडिया और ईआईएल को बेच दी जाएगी.
BPCL की कितनी हिस्सेदारी
नुमालीगढ़ रिफाइनरी में बीपीसीएल की 61.65 फीसदी, जबकि ऑयल इंडिया की 26 फीसदी और असम सरकार की 12.35 फीसदी हिस्सेदारी है. नुमालीगढ़ में हिस्सेदारी बेचने के बाद बीपीसीएल के पास तीन रिफाइनरियां रह जाएंगी. ये मुंबई, कोच्चि और बीना (मध्य प्रदेश) में स्थित हैं. सरकार बीपीसीएल में अपनी पूरी 52.98 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है. यह किसी सरकारी कंपनी में सबसे बड़ा विनिवेश होगा. सरकार ने अगले वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है.
(नोट: हमने यहां जानकारी बीपीसीएल के शेयरों के प्रदर्शन और ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के आधार पर दी है. बाजार के जोखिम को देखते हुए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)