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बांबे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE ने शेयर बाजार में निवेश करने वालों को अलर्ट किया है.
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BSE & NSE Alert to Investors: बांबे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE ने ​शेयर बाजार में निवेश करने वालों को अलर्ट किया है. दोनों प्रमुख एक्सचेंज ने मौजूदा समय में अपने सदस्यों को करीब 480 कारोबार करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है. इनमें से करीब 440 शेयर बीएसई पर लिस्ट हैं और 38 शेयर एनएसई पर लिस्ट हैं. इन शेयरों में कारोबार करते समय अतिरिक्त डिलिजेंस की जरूरत होती है. ये निवेशकों के लिए ज्यादा जोखिम भरे हो सकते हैं.
क्या होते हैं इलिक्विड स्टॉक
इलिक्विड स्टॉक निवेशकों के लिए अत्यधिक जोखिम भरे हो सकते हैं, क्योंकि ज्यादा ट्रेड होने वाले शेयरों के मुकाबले इनके लिए खरीदार ढूंढ़ना मुश्किल होता है. खरीददार मुश्किल से मिलने की वजह से इन्हें आसानी से बेचा नहीं जा सकता है. ये आसानी से नहीं बिकते, क्योंकि उनमें सीमित ट्रेडिंग देखी जाती है. इसलिए ये ज्यादा ट्रेड होने वाले शेयरों के मुकाबले जोखिम वाले होते हैं.
किन शेयरों में रहें सावधान
बीएसई और एनएसई पर 440 और 38 इलिक्विड शेयर लिस्टेड हैं, जिनमें ट्रेडिंग करते समय अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. दोनों प्रमुख एक्सचेंजों ने अपने सदस्यों को इसके लिए सर्कुलर जारी किए हैं. दोनों एक्सचेंजों में लिस्टेड इन इलिक्विड शेयरों में श्याम टेलिकॉम, ग्लोबल ऑफसोर सर्विसेज, डीसीएम फाइनेंशियल सर्विसेज, क्रिएटिव आई, नेशनल स्टील और एग्रो इंडस्ट्रीज जैसे शेयर शामिल हैं.
क्या कहा स्टॉक एक्सचेंज ने
दोनों प्रमुख एक्सचेंज ने अपने सदस्यों से कहा कि जनवरी से मार्च की ट्रेडिंग एक्टिविटी के आधार पर 13 अप्रैल से इन स्क्रिप्स की ट्रेडिंग पीरियाडिक काल आक्सन मकैनिज्म यानी आवधिक कॉल नीलामी तंत्र में होगी. प्रतिभूतियों को आवधिक कॉल नीलामी तंत्र में डालने के मानदंड सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के परामर्श से तय हुए हैं. ये स्टॉक एक्सचेंजों में समान रूप से लागू होंगे और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती रहेगी.
बता दें कि बाजार नियामक सेबी ने दिसंबर 2014 में इलिक्विड शेयरों में ट्रेडिंग के लिए नियमों में ढील दी थी. इस कदम का उद्देश्य इलिक्विड शेयरों को पीरियाडिक काल आक्सन से सामान्य ट्रेडिंग सेशन में शिफ्ट करना था.