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`इस हफ्ते का पहला कारोबारी दिन घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्सों के लिए भारी गिरावट वाला रहा. (Image- Reuters)
Why Stock Market Fall Today: इस हफ्ते का पहला कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार के लिए भारी गिरावट वाला रहा. शुरुआती कारोबार में करीब 1 फीसदी की गिरावट रही और कुछ ही समय में सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) करीब 3 फीसदी तक फिसल गए. आज (20 दिसंबर) स्टॉक मार्केट के कोहराम ने निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये स्वाहा कर दिए. अगर पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार की गिरावट को भी जोड़ लें तो निवेशकों की 11.23 लाख करोड़ रुपये से अधिक की रकम महज दो दिन में ही डूब गई. शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 2 फीसदी की गिरावट हुई थी. मार्केट में इस घबराहट की प्रमुख वजह कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के डर, नीतिगत सख्ती और विदेशी पूंजी की निकासी को माना जा रहा है.
India Volatility Index यानी बाजार में उथल-पुथल का संकेत देने वाला सूचकांक (India VIX) आज करीब 10 से 18 फीसदी तक ऊपर रहा है. जो इस बात की गवाही दे रहा है कि भारतीय शेयर बाजार आज मंदड़ियों की गिरफ्त में हैं. दलाल स्ट्रीट पर कोहराम जारी है. निफ्टी के सभी सेक्टरल इंडेक्स में गिरावट दिख रही है. बैंक निफ्टी करीब 4 फीसदी टूट गया है तो निफ्टी पीएसयू बैंक व निफ्टी रियल्टी 5 फीसदी से अधिक टूट गए.
इन तीन वजहों से बनी मार्केट में भगदड़ की स्थिति
- कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने निवेशकों के मन में आशंकाएं बढ़ा दी हैं. इसके चलते यूरोप के कई देशों में सख्ती बरती जा रही है. इंग्लैंड समेत कई देशों में रिस्ट्रिक्शंस लगाए जा चुके हैं. ऐसे में निवेशकों के मन में घबराहट है.
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले हफ्ते ऐलान किया था कि वह मासिक बॉन्ड खरीदारी को पहले के मुकाबल दोगुनी गति से कम करेगा और मार्च 2022 तक इसे बंद करेगा. फेड के मुताबिक अगले साल बेंचमार्क शॉर्ट टर्म रेट में तीन गुने की बढ़ोतरी की जाएगी. अमेरिकी फेड के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि महंगाई से लड़ाई में अन्य देशों के केंद्रीय बैंक भी ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं. बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने की शुरुआत में लगातार नवीं बार दरों को स्थिर रखा है.
- अमेरिका जैसे विकसित देश में ब्याज दरें बढ़ाने की नीति के चलते विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारत जैसे विकासशील देशों से पूंजी निकाल रहे हैं. दिसंबर में अब तक एफआईआई ने कैश मार्केट से 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक पूंजी निकाल ली है जो इस साल की सबसे बड़ी निकासी है. हालांकि घरेलू निवेशकों ने इस महीने 20,041 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
निफ्टी का अगला सपोर्ट लेवल 16,300 पर : JM Financial
निफ्टी में सपोर्ट का अगला स्तर 16,300 पर नजर आ रहा है. जबकि माइनर सपोर्ट 16,500 के स्तर पर भी है. ये कहना है जेएम फाइनेंशियल के डायरेक्टर और रिसर्च हेड (Director & Head – Research, JM Financial) राहुल शर्मा का. राहुल का मानना है कि दिसंबर का महीना कुल मिलाकर मंदड़ियों की गिरफ्त में रहने वाला है. लेकिन जनवरी में तिमाही नतीजे अच्छे रहने पर एक बार फिर से तेजी का दौर देखने को मिल सकता है. राहुल मौजूदा माहौल में ट्रेडर्स को बाजार में स्थिरता आने तक संभलकर चलने की सलाह दे रहे हैं. उनकी राय में निवेशकों के लिए 16,300 का सपोर्ट लेवल खरीदारी के मौके मुहैया करा सकता है.
निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत: मेहता इक्विटीज
मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे के मुताबिक जब तक इंफ्लेशन और ओमिक्रॉन से जुड़े खतरे हैं, निवेशकों को सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि इकोनॉमिक रिकवरी का रास्ता ऊबड़-खाबड़ और उतार-चढ़ाव भरा होने वाला है. तापसे के मुताबिक निफ्टी को इस हफ्ते 15,871-16,000 जोन में सपोर्ट मिल सकता है. तापसे का मानना है कि अगर निफ्टी इस हफ्ते 16,900-17,000 के लेवल हासिल कर लिया, तो यह अपनी लीवरेज्ड लांग पोजिशन को हल्का करने का मौका हो सकता है.