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भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को वित्त वर्ष 2021-22 में सर्विसेज से 17,000 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है.
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को वित्त वर्ष 2021-22 में सर्विसेज से 17,000 करोड़ रुपये की आय होने की उम्मीद है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में कम है. BSNL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर पी के पुरवार ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रेवेन्यू में यह कमी मुख्य रूप से कॉल कनेक्ट शुल्क को हटाने के कारण होगी.
4G से है उम्मीद
इस दौरान, पुरवार ने जोर देकर कहा कि सरकारी स्वामित्व वाली टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल को अपना कस्टमर बेस बनाए रखने और आने वाले महीनों में शुरू होने वाली 4जी सर्विसेज से अपनी पकड़ बनाए रखने का भरोसा है. उनका मानना है कि 5जी सर्विसेज के लिए निजी टेलीकॉम कंपनियों से कंपटीशन तेज होने के बावजूद ऐसा होगा.
उन्होंने कहा कि प्राइवेट ऑपरेटर्स द्वारा 5जी सर्विस की शुरुआत से बीएसएनएल को फौरन नुकसान नहीं होगा, क्योंकि न्यू-एज सर्विसेज के लिए उपकरण अभी विकसित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीएसएनएल द्वारा 4जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी अच्छी तरह से चल रही है. बीएसएनएल का 2022 में 4जी सेवाएं शुरू करने का लक्ष्य है.
इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेज हटाने के कारण आय में कमी
पुरवार ने आगे कहा, ‘‘हम चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2021-22 में स्टेबल रेवेन्यू (सेवाओं से, अन्य आय को छोड़कर) बनाए रखने में सक्षम हैं. वित्त वर्ष 2020-21 में सर्विसेज से 17,452 करोड़ रुपये की आय के मुकाबले, इस साल हम 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की आय हासिल करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेज (Interconnect Usage Charges) को हटाने के कारण आय में कमी हुई है. BSNL का घाटा 2019-20 में 15,500 करोड़ रुपये था, जो 2020-21 में घटकर 7,441 करोड़ रुपये रह गया था. बीएसएनएल हेड ने कहा, ‘‘हमें चालू वित्त वर्ष में पिछले साल की तरह ही नुकसान की आशंका है.’’
(इनपुट-पीटीआई)