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यस बैंक घोटाला: CBI की गिरफ्त में आए DHFL के प्रमोटर्स ​कपिल और धीरज वधावन, गैर-जमानती वारंट पर लगी रोक हटते ही अरेस्ट

वधावन बंधु यस बैंक के पूर्व CEO राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी आरोपी हैं.

वधावन बंधु यस बैंक के पूर्व CEO राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी आरोपी हैं.

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PTI
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यस बैंक घोटाला: CBI की गिरफ्त में आए DHFL के प्रमोटर्स ​कपिल और धीरज वधावन, गैर-जमानती वारंट पर लगी रोक हटते ही अरेस्ट

As the CBI custody of the Wadhawan brothers ended on Sunday, they were presented before the court, which sent them to judicial custody. 

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यस बैंक घोटाला मामले में DHFL के प्रवर्तक कपिल वधावन और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रवर्तक धीरज वधावन को महाबलेश्वर से हिरासत में ले लिया. यस बैंक के तत्कालीन सीईओ राणा कपूर के खिलाफ रिश्वत मामले में आरोपी बनाये जाने के करीब 50 दिन बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि वधावन बंधु यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी आरोपी हैं.

एजेंसी का आरोप है कि उनके खिलाफ सात मार्च को मामला दर्ज होने के बाद दोनों फरार चल रहे थे. दोनों को इस महीने की शुरुआत में सतारा पुलिस ने लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में हिरासत में लिया था. उन्हें जिला प्रशासन ने महाबलेश्वर में पृथक रखा हुआ था. केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने सतारा जिला प्रशासन को लिखा था कि उससे अनापत्ति प्रमाणपत्र लिये बिना वधावन सदस्यों को छोड़ा नहीं जाये.

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सीबीआई के प्रवक्ता आर के गौड़ का कहना है कि इन लोगों की गिरफ्तारी शहर सत्र अदालत (मुंबई) के सीबीआई मामलों के विशेष न्यायधीश द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट के आधार पर की गई. इसमें सतारा जिला प्रशासन का भी सहयोग रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों को मुंबई में विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया जायेगा.

17 मार्च को ही मिल गया था गैर जमानती वॉरंट

गौड़ ने बताया, ‘‘कपिल और धीरज वधावन मामले की जांच शुरू होने से ही फरार हैं और जांच में शामिल होने से बच रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि एजेंसी ने इनके खिलाफ 17 मार्च को ही गैर-जमानती वारंट हासिल कर लिया था, लेकिन फिर भी दोनों सीबीआई अथवा न्यायालय किसी के समक्ष भी पेश नहीं हुये.

गौड़ ने बताया, ‘‘आरोपी व्यक्तियों के आग्रह पर अदालत ने 18 अप्रैल 2020 को गैर- जमानती वारंट के अमल पर 5 मई 2020 तक के लिये स्थगन दे दिया था, लेकिन सीबीआई के आग्रह पर 25 अप्रैल 2020 को अदालत ने इसे हटा लिया.’’ स्थगन के हटते ही सीबीआई की टीम महाबलेश्वर में पृथक रखे गये बधावन बंधुओं के पास पहुंच गई और उन्हें गिरफ्त में ले लिया.

Yes Bank Rana Kapoor