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उथल-पुथल भरे बाजार में एक के बाद एक आ रहे हैं IPO, क्या मुश्किल में फंस रहे हैं निवेशक?

जिन कंपनियों के फंडामेंटल अच्छे हैं, मैनेजमेंट और प्रमोटर्स मजबूत है, ग्रोथ आ रही है और फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर है, उन्हें लेकर चिंता नहीं है.

जिन कंपनियों के फंडामेंटल अच्छे हैं, मैनेजमेंट और प्रमोटर्स मजबूत है, ग्रोथ आ रही है और फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर है, उन्हें लेकर चिंता नहीं है.

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Sushil Tripathi
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उथल-पुथल भरे बाजार में एक के बाद एक आ रहे हैं IPO, क्या मुश्किल में फंस रहे हैं निवेशक?

बाजार की उठा पठक की चिंता किए बिना एक के बाद एक कंपनियां अपना IPO ला रही हैं. (image: pixabay)

IPO Market India: प्राइमरी मार्केट में इन दिनों जोरदार हलचल है. बाजार की उठा पठक की चिंता किए बिना एक के बाद एक कंपनियां अपना IPO ला रही हैं. इस साल भी अबतक 11 कंपनियों का शेयर लिस्ट हो चुका है और 3 जून तक 4 और नए शेयरों की लिस्टिंग हो जाएगी. वैसे बाजार की वोलेटिलिटी में नए आए कई आईपीओ निवेशकों को रिटर्न देने में फेल रहे हैं. उन्हें कम सब्सक्रिप्शन मिला, वहीं लिस्टिंग भी सुस्त रही. बीते कुछ महीनों की बात करें तो ज्यादातर आईपीओ में निगेटिव या फ्लैट रिटर्न मिला. कुछ तो अपने इश्यू प्राइस से भी नीचे चले गए. तो क्या बाजार के मौजूदा सिचुएशन में कंपनियां आईपीओ लोकर फंस रही हैं.

अच्छी कंपनियों के लिए सुस्त लिस्टिंग चिंता नहीं

Swastika Investmart Ltd के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील न्याती का कहना है कि जिन कंपनियों के फंडामेंटज अच्छे हैं, मैनेजमेंट और प्रमोटर्स मजबूत है, ग्रोथ आ रही है और फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर है, उन्हें लेकर चिंता नहीं है. भले ही बाजार के मौजूदा करेक्शन में उनकी लिस्टिंग पर असर पड़ा है. ये कंपनियां देश की इकोनॉमिक रिकवरी के साथ साथ अपना बिजनेस बेहतर करती जाएंगी. लेकिन इन फैक्टर्स पर खरी न उतरने वाली और हाई वैल्युएशन के साथ एंट्री करने वाली कंपनियों के आईपीओ चिंता बढ़ा रहे हैं. ऐसे इश्यू से निवेशकों को दूर रहने की सलाह है.

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वैल्युएशन और प्रॉफिटेबिलिटी है अहम

सुनील न्याती का कहना है कि पिछले साल जब आईपीओ मार्केट में तेजी थी तो कई कंपनियां सिर्फ उत्साह में अपना आईपीओ ले आई थीं. लेकिन उनके आईपीओ का वैल्युएशन रेवेन्यू का 30 से 50 गुना ज्यादा था. इनमें से कई कंपनियां तो लॉस मेकिंग थी. इस वजह से निवेशकों ने इन्हें नकार दिया. जिन निवेशकों को नुकसान हुआ है उन्होंने आईपीओ लहर के दौरान वैल्युएशन पर ध्यान न देने की गलतियां की हैं. इस वजह से निवेशक अब उन शेयरों से दूरी बना रहे हैं, जिनका वैल्युएशन ज्यादा है और जिनके बिजनेस मॉडल और फ्यूचर आउटलुक के बारे में क्लेरिटी नहीं है.

हाल फिलहाल में IPO मार्केट का हाल

इस साल का सबसे पॉपुलर आईपीओ LIC का रहा है, जिसकी लिस्टंग सुस्त रही है. कंपनी का शेयर अभी भी अपने इश्यू प्राइस से नीचे है. बीते कुछ महीनों में Metro Brands, Zomato, Nykaa, CarTrade Tech, Star Health, Sapphire Foods, Fino Payments जैसी कंपनियों के आईपीओ की भी चर्चा रही. लेकिन इन सबने निवेशकों को निराश किया है. ज्यादातर अपने इश्यू प्राइस से नीचे ट्रेड कर रहे हैं. हालांकि इस दौरान कुछ इश्यू ऐसे भी रहे जिन्होंने निवेशकों को डबल या ट्रिपल रिटर्न दिया है.

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