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कोरोना बिगाड़ेगा आपका बजट! महंगे AC, TV, फ्रिज और मोबाइल के लिए रहें तैयार

कोरोना के चलते सप्लाई चेन आगे भी बाधित रही तो देश की कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री पर बड़ा असर हो सकता है.

कोरोना के चलते सप्लाई चेन आगे भी बाधित रही तो देश की कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री पर बड़ा असर हो सकता है.

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Sushil Tripathi
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coronavirus impact on consumer durable industry, consumer product may costly as supply chain disrupt, AC prices may increase, TV and Fridge may costly, china industry

कोरोना के चलते सप्लाई चेन आगे भी बाधित रही तो देश की कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री पर बड़ा असर हो सकता है.

coronavirus impact on consumer durable industry, consumer product may costly as supply chain disrupt, AC prices may increase, TV and Fridge may costly, china industry कोरोना के चलते सप्लाई चेन आगे भी बाधित रही तो देश की कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री पर बड़ा असर हो सकता है.

Corona Impact On Consumer Durable Industry: कोरोना वायरस आउटब्रेक के चलते चीन में हेल्थ इमरजेंसी लागू है, जिसका असर वहां की इंडस्ट्री पर पड़ने लगा है. कई शहरों में अलग अलग सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों के प्लांट कुछ दिनों के लिए बंद हो गए हैं. इससे ग्लोबल स्तर पर सप्लाई चेन बुरी तरह से बाधित हो रहा है. ऐसे में कोरोना के चलते दुनिया के कई देशों की इंडस्ट्री पर असर पड़ना शुरू हो चुका है, खासतौर से जिन देशों की घरेलू इंडस्ट्री जरूरी कंपोनेंट का चीन से आयात करती हैं. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि सप्लाई चेन अगर इसी तरह से बाधित रही तो देश की कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री पर बड़ा असर हो सकता है. ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में TV, AC, फ्रिज और मोबाइल के दाम बढ़ सकते हैं.

कंपनियों की खत्म हो रही है इन्वेंट्री

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बता दें कि कंज्यूमर ड्येरेबल सेग्मेंट में घरेलू कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग के लिए कई जरूरी कम्पोनेंट चीन से आयात करती हैं. लेकिन वहां प्रोडक्शन बंद होने से आयात नहीं हो पा रहा है. ऐसे में कंपनियों की इन्वेंट्री भी अब कमजोर होने लगी है. ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल के अनुसार बड़ी वोल्टास, एलजी, डायकिन जैसी बड़ी कंपनियों के पास अच्छी खासी इन्वेंट्री होती है, लेकिन कई छोटी और मझोली कंपनियों की इन्वेंट्री मजबूत नहीं होती है. ऐसे में अब उनकी इन्वेंट्री खत्म होने लगी है. हालात ऐसे ही रहें तो उन कंपनियों को भी प्रोडक्शन घटाना पड़ेगा, जिससे कीमतों में इजाफा देखा जा सकता है. 5 साल में दोगुनी हो जाएगी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडस्ट्री, 1 लाख करोड़ के पार जाने की उम्मीद

बड़ी कंपनियों वेट एंड वाच की स्थिति में

LG इंडिया होम अप्लाएंसेज के वाइस प्रेसिडेंट विजय बाबू का कहना है कि अबतक की बात करें तो अबतक स्थिति कंट्रोल में हैं. प्रोडक्टर डिलिवर करने की बात करें तो इसमें अभी किसी तरह की देरी नहीं हो रही है. हालांकि हमारी नजर कोरोना वायरस की स्थिति पर बनी हुई है और हम नजदीक से इसे मॉनिटर कर रहे हैं. कंपनी के ही अन्य आफिशियल का कहना है कि हमारी कम्पोनेंट के लिए दूसरे देशों पर निर्भरता 15 फीसदी से भी कम है, इसलिए स्थिति कंट्रोल में है.

इंडस्ट्री पर दिखने लगा है असर

कोरोना के साइड इफैक्ट भारत में दिखने भी लगे हैं. भारत में अब LED बल्ब और लाइट्स के दाम 10 फीसदी तक बढ़ने जा रहे हैं. इलेक्ट्रिक लैम्प एंड कम्पोनेंट मैन्युैक्चरर्स एसोसिएशन (ELCOMA) इंडिया का कहना है कि चीन में शटडाउन के चलते इलेक्ट्रिक कम्पोनेंट की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है. ELCOMA के वाइस प्रेसिडेंट सुमित पदमाकर जोशी के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट्स खासकर चिप की बड़े पैमाने पर कमी हो सगती है. भारत में बनने वाले एलईडी बल्ब के 60 फीसदी कम्पोनेंट (मैकेनिकल) की घरेलू सप्लाई होती है, जबकि 30 फीसदी जिनमें चिप समेत इलेक्ट्रानिक ड्राइवर्स की जरूरत पड़ती है, उनका आयात चीन के वेंडर्स से होता है. इनकी अब कमी हो गई है. इसके चलते लाइटिंग प्रोडक्ट्स की कीमतों में 8 से 10 फीसदी तेजी आ सकती है.

 मोबाइल फोन पर भी असर

हाल ही में आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल ने बयान दिया है कि कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में आईफोन की सप्‍लाई बाधित रहेगी. कंपनी का कहना है कि चीन में कंपनी के मैन्‍यूफैक्‍चरिंग पार्टनर का उत्पादन सुस्त पड़ गया है. कंपनी ने यह भी कहा है कि उत्पादन घटने से कंपनी का फाइनेंशियन मौजूदा तिमाही में कमजोर रह सकता है. बता दें कि घरेलू मोबाइल कंपनियां भी कई जरूरी कम्पोनेंट चीन से ही मंगाती हैं. ऐसे में देश में भी मोबाइल प्रोडक्शन पर असर पड़ सकता है.