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The city stayed strong with the second-highest residential launches over the second quarter of 2020.
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घरों की बिक्री आठ बड़े शहरों में अप्रैल-जून की अवधि के दौरान 79 फीसदी गिरकर 19,038 यूनिट्स हो गई है. रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म PropTiger ने मंगलवार को कहा कि ऐसा कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के माग पर हुए बुरे असर के कारण हुआ है. अपन लेटेस्ट रिपोर्ट रियल इनसाइट: Q2 2020 को जारी करते हुए News Corp द्वारा समर्थित PropTiger ने कहा कि आवासीय प्रॉपर्टी की बिक्री इस साल जनवरी से जून अवधि के दौरान आठ बड़े शहरों में 52 फीसदी गिरकर 88,593 यूनिट्स हो गई है.
हैदराबाद में सबसे बुरा हाल
रिपोर्ट में जिन शहरों को लिया गया, उनमें अहमदाबाद, बेंगलुरू, चैन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली-एनसीआर (नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद), एमएमआर (मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे) और पुणे शामिल हैं. डेटा के मुताबिक, घरों की बिक्री में अधिकतम गिरावट 86 फीसदी अप्रैल-जून 2020 के दौरान हैदराबाद में हुई, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 8,122 यूनिट्स रही थी.
मुंबई में 2020 की दूसरी तिमाही में 85 फीसदी की गिरावट होकर 4,559 यूनिट्स हो गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 29,635 यूनिट्स थी. अहमदाबाद में इस साल सेल अप्रैल-जून में सेल 83 फीसदी की गिरावट के साथ 1,181 यूनिट्स हो गई है जो पिछले साल की इसी अवधि में 6,784 यूनिट्स थी.
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दिल्ली-NCR में 81% की गिरावट
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बिक्री में 81 फीसदी की गिरावट के साथ 1,886 यूनिट्स रही जो एक साल पहले इस अवधि में 9,759 यूनिट्स से ज्यादा थी. समीक्षाधीन अवधि के दौरान कोलकाता में बिक्री 5268 यूनिट्स से 75 फीसदी गिरकर 1,317 यूनिट्स हो गई, जबकि पुणे में 18,581 यूनिट्स से 74 फीसदी गिरकर 4,908 यूनिट्स रह गई है. बेंगलुरू में 73 फीसदी की गिरावट के साथ 10,251 यूनिट्स से गिरकर सेल 10,251 यूनिट्स जबकि चैन्नई में 70 फीसदी की गिरावट के साथ 4,364 यूनिट्स से 1,312 यूनिट्स हो गई है.
हाउसिंग डॉट कॉम, मकान डॉट कॉम, PropTiger.com के ग्रुप सीओओ मणि रंगराजन ने कहा कि मौजूदा महामारी एक अप्रत्याशित घटना है जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में कमी आने की उम्मीद है जिसमें भारत भी शामिल है. उन्होंने कहा कि जैसा अनुमान था, आर्थिक अनिश्चित्ता के साथ बढ़ती हुई बेरोजगारी के कारण डिमांड पर बुरा असर हुआ है.