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COVID-19: IT सेक्टर के लिए 2008 जैसी फाइनेंशियल क्राइसिस? शेयर खरीदें, बेचें या होल्ड करें

कोरोना वायरस ने भारतीय आईटी सेक्टर को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है.

कोरोना वायरस ने भारतीय आईटी सेक्टर को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है.

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Sushil Tripathi
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COVID-19: IT सेक्टर के लिए 2008 जैसी फाइनेंशियल क्राइसिस? शेयर खरीदें, बेचें या होल्ड करें

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IT Sector Stock Investment Strategy: कोरोना वायरस दुनियाभर में अपने पैर पसार चुका है, जिसके चलते शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट आई. इसके चलते अधिकांश सेक्टर प्रभावित हुए हैं और उनका बिजनेस सुस्त पड़ गया है. कोरोना वायरस ने भारतीय आईटी सेक्टर को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है और हाल के दिनों में आईटी शेयरों में बड़ी गिरावट आई है. निफ्टी आईटी इंडेक्स इस साल अबतक 25 फीसदी से ज्यादा टूटा है, जबकि एक महीने में इसमें 28 फीसदी गिरावट आई है. एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना आउटब्रेक के चलते सेक्टर की ग्लोबल ग्रोथ प्रभावित हुई है और इससे आगे आईटी कंपनियों के रेवेन्यू में बड़ी गिरावट की आशंका है. इसे 2008 की तरह सेक्टर के लिए ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के रूप में देखा जा रहा है.

IT सेक्टर पर COVID-19 का असर

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ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल के अनुसार आईटी सेक्टर पर COVID-19 का असर गहरा और लंबा खिंचता दिख रहा है. इसके पहले 2008 की मंदी के दौरान आईटी सेक्टर के लिए ऐसी स्थिति बनी थी. ब्रोकरेज के अनुसार साल 2008 में ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस ने आईटी सेक्टर को खासा नुकसान पहुंचाया था. इसके बाद सेक्टर के रेवेन्यू में बड़ी गिरावट आई थी. वित्त वर्ष 2009 की दूसरी छमाही में सेक्टर के रेवेन्यू में भारी गिरावट देखने को मिली और कंपनियों का वैल्युएशन काफी घट गया था. कंपनी बड़ी हो या छोटी, उस दौरान सभी को नुकसान उठाना पड़ा था. हालांकि तब जून तिमाही के बाद इसमें कुछ स्थिरता देखने को मिली थी.

ब्रोकरेज के अनुसार COVID-19 आउटब्रेक के चलते आईटी सेक्टर के लिए 2008 की ही तरह ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस वाली स्थिति बनती दिख रही है. बता दें कि भारतीय आईटी कंपनियों का बाजार भारत के अलावा अमेरिका और यूरोप के कई बड़े देशों में है. लॉर्जकैप कंपनियों के लिए तो अमेरिका रेवेन्यू का सबसे बड़ा सोर्स है. लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस के मामले चीन के बाद अमेरिका और यूरोप के देशों में सबसे ज्यादा है. इससे वहां के बाजारों पर बुरा असर पड़ा है. ऐसे में क्लाइंट घटने से लेकर आर्डर में भी भारी कमी आने की आशंका है.

निवेश को लेकर कैसे बनाएं स्ट्रैटेजी

इंफोसिस

सलाह: होल्ड

लक्ष्य: 630 रुपये

करंट प्राइस: 585 रुपये

TCS

सलाह: सेल

लक्ष्य: 1600 रुपये

करंट प्राइस: 1797 रुपये

विप्रो

सलाह: होल्ड

लक्ष्य: 205 रुपये

करंट प्राइस: 179 रुपये

HCL टेक

सलाह: बाय

लक्ष्य: 560 रुपये

करंट प्राइस: 445 रुपये

टेक महिंद्रा

सलाह: होल्ड

लक्ष्य: 710 रुपये

करंट प्राइस: 576 रुपये

माइंड ट्री

सलाह: सेल

लक्ष्य: 715 रुपये

करंट प्राइस: 842 रुपये

हेक्सावेयर टेक

सलाह: होल्ड

लक्ष्य: 290 रुपये

करंट प्राइस: 241 रुपये

NIIT टेक

सलाह: सेल

लक्ष्य: 1050 रुपये

करंट प्राइस: 1143 रुपये

(Disclaimer: यह जानकारी हमने ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के आधार पर दी है. शेयर बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश करने या बेचने के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)

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