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Crude/Petrol & Diesel Prices 2020: साल 2020 में पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आम आदमी को कोई राहत नहीं मिली है.
Petrol & Diesel Prices 2020: साल 2020 में भले ही क्रूड की कीमतों में गिरावट रही है, लेकिन पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आम आदमी को कोई राहत नहीं मिली है. इस पूरे साल कीमतों में या तो इजाफा हुआ है या कीमतें तकरीबन स्थिर बनी रही हैं. कभी कभी कीमतों में मामूली कटौती हुई. लेकिन ओवरआल जहां पूरे साल में क्रूड तकरीबन 16 फीसदी सस्ता हुआ, वहीं पेट्रोल और डीजल के भाव में जनवरी के लो से 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. बता दें कि मार्च में लॉकडाउन के बाद जहां क्रूड 20 डॉलर से नीचे खिसक गया था, उस दौर में भी पेट्रोल और डीजल में कटौती नहीं की गई.
इस साल पेट्रोल डीजल कितना हुआ महंगा
इस साल की बात करें तो जनवरी में दिल्ली में पेट्रोल का सबसे लो 73.33 रुपये प्रति लीटर और डीजल का लो 66.34 रुपये प्रति लीटर था. वहीं, आज यानी 29 दिसंबर 2020 को दिल्ली में पेट्रोल 83.71 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो डीजल का भाव 73.87 रुपये प्रति लीटर है. यानी पेट्रोल करीब 10 रुपये महंगा हुआ तो डीजल भी करीब 7 रुपये महंगा हो गया है. 31 दिसंबर को पेट्रोल और डीजल का भाव 75.14 रुपये प्रति लीटर और 67.96 रुपये प्रति लीटर था.
मार्च में जब लॉकडाउन लगा तो उस महीने पेट्रोल और डीजल का हाई 71.75 रुपये प्रति लीटर और 64.34 रुपये प्रति लीटर था. जबकि लो 69.63 रुपये प्रति लीटर और 62.33 रुपये प्रति लीटर था. जून की बात करें तो पेट्रोल और डीजल का हाई 80.47 रुपये प्रति लीटर और 80.53 रुपये प्रति लीटर हो गया. यानी डीजल तब पेट्रोल से महंगा बिकने लगा. वहीं दोनों का जून में लो 71.26 रुपये प्रति लीटर और 69.39 रुपये प्रति लीटर रहा.
क्रूड में इस साल 16 फीसदी गिरावट
ब्रेंट क्रूड की बात करें तो इस साल जनवरी के मुकाबले उसमें 16 फीसदी के करीब गिरावट आई है. 31 दिसंबर 2019 को क्रूड 67 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचा. जनवरी में इसके भाव 69 डॉलर तक पहुंच गए. वहीं, अभी यानी 29 दिसंबर 2020 को क्रूड 51 डॉलर प्रति बैरल के आस पास ट्रेड कर रह है. मार्च और अप्रैल के महीनों में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की वजह से क्रूड में जमकर गिरावट देखने को मिली थी. अप्रैल में ब्रेंट क्रूड के भाव 20 डॉलर प्रति बैरल के नीचे खिसक आए थे. हालांकि बाद के महीनों में इसमें रिकवरी देखने को मिली.
अब क्रूड होने लगा है महंगा
S&P ग्लोबल प्लाट्स ने अपनी एक एनालिसिस में कहा है कि साल 2021 में इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की डिमांड बढ़ेगी. पिछले दिनों कोरोना वायरस के चलते खासतौर से ट्रांसपोर्टेशन की ओर से तेल की डिमांड ठप हो गई थी, जो अब धीरे धीरे बढ़ रही है. रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 के पहले छमाही तक तेल की जोरदार डिमांड आएगी. यह 2021 में 6 मिलियन बैरल प्रति दिन के हिसाब से बढ़ सकती है.
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि साल 2021 की पहली तिमाही में क्रूड 58 डॉलर प्रति बैरल का भाव छू सकता है. अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ अब कोविड 19 वैक्सीन आने की उम्मीद से सेंटीमेंट बेहतर हो रहे हैं. आने वाले दिनों में इंडस्ट्रियल एक्टिविटी जोर पकड़ेगी. ओपेक देशों ने क्रूड प्रोडक्शन कट को 3 महीने आगे बढ़ाया है.
तो और महंगा होगा पेट्रोल, डीजल
देश की अर्थव्यवस्था पर अभी दबाव है. लंबे चौड़े राहत पैकेज के बाद चालू खाते का घाटा लक्ष्य से ऊपर निकल सकता है. ऐसे में पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दाम से राहत देने के लिए एक्साइज ड्यूटी में कटौती की संभावनाएं कम हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.
पिछले 5 साल की तुलना करें तो पेट्रोल पर 2014 में एक्साइज ड्यूटी महज 9.48 रुपए प्रति लीटर थी, जो 2020 तक बढ़कर 32.9 रुपए प्रति लीटर हो चुकी है. वहीं, डीजल पर 2014 में महज 3.56 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगती थी, अब यह 31.83 रुपए प्रति लीटर हो चुकी है.
हर लीटर पर सरकार की कितनी कमाई
इसे ऐसे समझ सकते हैं कि दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 26 रुपये प्रति लीटर के आस पास है. इस पर ढुलाई का खर्च 0.36 रुपये है. इस पर एक्साइज ड्यूटी 32.98 रुपये प्रति लीटर है. वहीं, VAT (डीलर के कमीशन के साथ) 18.94 रुपये है. डीलर का कमीशन 3.70 रुपये के आस पास है. इस तरह से 26 रुपये का पेट्रोल ग्राहकों को 83 रुपये के आस पास पड़ता है. इसमें हर 1 लीटर पर केंद्र और राज्य सरकारों को करीब 57 रुपये मिलते हैं.
(Note: पेट्रोल और डीजल के रेट के लिए इंडियन आयल और बैंक बाजार की वेबसाइट से भी जानकारी ली गई है.)