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दिसंबर तिमाही में 35 कंपनियां आईपीओ के जरिये 80 हजार करोड़ रुपये की पूंजी जुटाएंगीं.
New IPO : इस साल की शुरुआत से ही आईपीओ की बारिश हो रही है. बड़ी तादाद में कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से पूंजी जुटाई है. कुछ रिपोर्टों के मुताबिक दिसंबर तिमाही में 35 कंपनियां 80 हजार करोड़ जुटाने के लिए उतरेंगीं. इंडस्ट्री के लगभग हरेक वर्टिकल की कंपनी आईपीओ की तैयारी में हैं. इनमें से पेटीएम (Paytm), पॉलिसी बाजार (Policybazaar) और Nykaa जैसी बड़ी स्टार्ट-अप भी शामिल हैं. इन कंपनियों के साथ कई दूसरी कंपनियां भी बाजार में उतर रही हैं. इनका इरादा 4000 करोड़ से 16,600 करोड़ रुपये जुटाने का है. सूत्रों के मुताबिक पारादीप फास्फेट्स ( Paradeep Phosphates) , वेदांत फैशन्स (Vedant Fashions), सीएमएस इन्फो सिस्टम्स (CMS Info Systems) और नॉदर्न आर्क (Northern Arc) जैसी कंपनियां हैं, जो 2000-2500 करोड़ रुपये जुटाने जा रही हैं.
64 कंपनियों ने सेबी में जमा किया ड्राफ्ट पेपर
आरोहण फाइनेंशियल सर्विसेज (Arohan Financial Services) उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंशियल बैंक, रुचि सोया इंडस्ट्रीज का ड्राफ्ट पेपर सेबी में मंजूर हो चुका है. ये कंपनियां लगभग 22 हजार करोड़ रुपये जुटाएंगीं. आईपीओ के लिए 64 कंपनियों ने अपना ड्राफ्ट पेपर सेबी में जमा कर दिया है.दरअसल कोविड-19 के दौरान बुरी तरह लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था के अब तेजी से पटरी पर आने के आसार दिखने लगे हैं. आईएमएफ ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. ऐसे में कंपनियां आईपीओ मार्केट में तेजी का फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेंगीं.
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आईपीओ बूम का सबसे अधिक फायदा स्टार्ट-अप सिस्टम को होगा
भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए सरकार और आरबीआई ने कई कदम उठाए हैं. इसका फायदा भी आईपीओ निवेशकों को मिल सकता है. हालांकि यह भी सही है कि पिछली तिमाही में आए कुछ आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला था. आईपीओ बूम का सबसे अधिक फायदा स्टार्ट-अप सिस्टम को होगा. पेटीएम, पॉलिसीबाजार और Nyakaa के आईपीओ में निवेशकों की दिलचस्पी दिखने लगी है.