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Delhivery का देश भर में नेटवर्क है और 31 दिसंबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक यह देश के 17488 पिन कोड वाले पतों पर सेवाएं उपलब्ध कराती है.
Delhivery IPO: सप्लाई चेन कंपनी Delhivery का आईपीओ कल (11 मई) सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. 5235 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत 4 हजार करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे. निवेशक इस आईपीओ में 462-487 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे. ग्रे मार्केट में एक्टिविटी की बात करें तो इसके शेयरों को लेकर खास हचलल नहीं दिख रही है. मार्केट एक्सपर्ट्स भी इसे लेकर खास उत्साहित नहीं हैं. ब्रोकरेज फर्म एक्सिस कैपिटल ने इस इश्यू को रेट नहीं किया है.
Delhivery IPO की डिटेल्स
- सप्लाई चेन कंपनी Delhivery के 5235 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए कल खुलेगा और निवेशक इस इश्यू में 13 मई तक पैसे लगा सकेंगे.
- इस इश्यू के तहत 4 हजार करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत 1235 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री करेंगे.
- शेयरों की फेस वैल्यू एक रुपये है.
- कंपनी ने सब्सक्रिप्शन के लिए 462-487 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है और लॉट साइज 30 शेयरों का है यानी प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14,610 रुपये का निवेश करना होगा. कर्मियों के लिए 25 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट है.
- शेयरों का अलॉटमेंट 19 मई को फाइनल हो सकता है और लिस्टिंग 24 मई को हो सकती है.
- इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB), 10 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों और 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित किया गया है.
- कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, मॉर्गन स्टैनले, इंडिया कंपनी, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट इश्यू के लीड मैनेजर हैं. इश्यू के लिए रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है.
- नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल ऑर्गेनिक ग्रोथ, अधिग्रहण व रणनीतिक शुरुआत के जरिए इनऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
कंपनी के बारे में जानें
- ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स कंपनी Delhivery का देश भर में नेटवर्क है और 31 दिसंबर 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक यह देश के 17488 पिन कोड वाले पतों पर सेवाएं उपलब्ध कराती है. यह देश के कुल 19300 पिन कोड का 90.61 फीसदी है,
- यह विभिन्न सेक्टर के 23113 एक्टिव कस्टमर्स को सप्लाई चेन सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है यानी कि उनके सामानों की डिलीवरी करती है. इसमें एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, लाइफ स्टाइल, रिटेल, ऑटोमोटिव और मैन्यूफैक्चरिंग के ई-कॉमर्स मार्केटप्लेसेज, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-टेलर्स व एंटरप्राइजेज और एसएमईज शामिल हैं.
- कंपनी के वित्तीय स्थिति की बात करें तो वित्त वर्ष 2018-19 में 1783.30 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था, वित्त वर्ष 2019-20 में 268.93 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 में 415.75 करोड़ रुपये के नेट लॉस हुआ था. पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के शुरुआती नौ महीने में कंपनी को 891.14 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था.
लिस्टेड पिअर्स के मुकाबले अधिक आय
कंपनी के लिस्टेड इंडस्ट्री पिअर्स की बात करें तो ब्लू डार्ट एक्सप्रेस, टीसीआई एक्सप्रेस और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स घरेलू मार्केट में लिस्टेड हैं. इन सभी कंपनियों की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 में डेल्हीवरी की टोटल इनकम सबसे अधिक थी. ब्लूडार्ट को वित्त वर्ष 2020-21 में 3,292.36 करोड़ रुपये, टीसीआई एक्सप्रेस को 851.64 करोड़ रुपये और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स को 3,281.19 करोड़ रुपये की इनकम हुई जबकि डेल्हीवरी को 3,838.29 करोड़ रुपये की आय हुई.