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करीब आधा दर्जन क्रिप्टो सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनियों पर छापेमारी की गई और भारी गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) छिपाने का मामला डीजीजीआई की पकड़ में आया है. (File Photo- ANI)
क्रिप्टोकरेंसी सर्विस उपलब्ध कराने वाली वजीरएक्स (WazirX) द्वारा भारी मात्रा में टैक्स छिपाने का मामला सामने आने के बाद डायरेक्टरोट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) ने देश भर के क्रिप्टो एक्सचेंजों पर छापेमारी की. न्यूज एजेंसी एएनआई को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक करीब आधा दर्जन क्रिप्टो सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनियों पर छापेमारी की गई और भारी गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) छिपाने का मामला डीजीजीआई की पकड़ में आया है.
क्रिप्टो वॉलेट और एक्सचेंज ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जहां मर्चेंट्स और कंज्यूमर्स बिटक्वाइन (BitCoin), एथेरम (Etherum) और रिप्पल (Ripple) जैसे डिजिटल एसेट्स का लेन-देन होता है. शुक्रवार को मुंबई जोन के जीएसटी मुंबई ईस्ट कमिश्नरेट वजीरएक्स के 40.5 करोड़ रुपये का टैक्स छिपाने का मामला पकड़ा और फिर 49.20 करोड़ रुपये वसूल किए गए. इसके बाद आज देश भर में छापेमारी अभियान चला.
एक्सचेंजों ने कमीशन वसूला लेकिन नहीं किया जीएसटी पेमेंट
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई सीजीएसटी और डीजीजीआई की छापेमारी में करीब 70 करोड़ रुपये का टैक्स छिपाने का मामला पकड़ में आया है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि डीजीजीआई क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइनडीसीएक्स, बाईयूक्वाइन और यूनोक्वाइन की जांच कर रही है. ये क्रिप्टो प्लेटफॉर्म क्रिप्टो क्वाइन की खरीद-बिक्री को लेकर इंटरमीडियरी सर्विसेज मुहैया करती है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इन सेवाओं पर 18 फीसदी की दर से ड्यूटी लगती है जिसे इन सभी प्लेटफॉर्म ने बचाने की कोशिश की है.
70 करोड़ रुपये की रिकवरी
एक और आधिकारिक सूत्र के मुताबिक ये सर्विस प्रोवाइडर्स अपनी सेवाओं के लिए ग्राहकों से कमीशन वसूलती थीं लेकिन जीएसटी का भुगतान नहीं करती थीं. इन लेन-देन को डीजीसीआई ने पकड़ा और फिर इसकी पुष्टि हुई कि जीएसटी नहीं चुकाया गया है. एक टॉप सोर्स ने एएनआई को बताया कि अब क्रिप्टो प्लेटफॉर्म ने जीएसटी कानून के उल्लंघन को लेकर 30 करोड़ रुपये जीएसटी और 40 करोड़ रुपये ब्याज व जुर्माने के रूप में चुकता किए हैं यानी सीबीआईसी ने वजीरएक्स समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स से 70 करोड़ रुपये की रिकवरी की है.