/financial-express-hindi/media/post_banners/ZJDMtVxjUBkqjjn6iEin.webp)
एग्रोकेमिकल सेक्टर की कंपनी धर्मज क्रॉप गार्ड के आईपीओ को आज सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली.
Dharmaj Crop Guard IPO: एग्रोकेमिकल सेक्टर की कंपनी धर्मज क्रॉप गार्ड के आईपीओ को आज सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली. यह आईपीओ आज बुधवार को 35.49 गुना सब्सक्राइब हो गया है. NSE के आंकड़ों के मुताबिक, आईपीओ में 80,12,990 शेयरों के मुकाबले 28,43,58,240 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. कंपनी इस आईपीओ के ज़रिए 251.14 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. बता दें कि यह आईपीओ पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था. इस आईपीओ में सबसे ज्यादा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने पैसे लगाए हैं.
India GDP Q2FY23: दूसरी तिमाही में 6.3% की दर से बढ़ी देश की अर्थव्यवस्था, NSO ने जारी किए आंकड़े
किस कैटेगरी में कितना मिला सब्सक्रिप्शन
इस आईपीओ के तहत, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्से को 48.21 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की कैटेगरी में 52.29 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इसके अलावा, रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) के हिस्से को 21.53 गुना और कर्मचारियों के हिस्से को 7.48 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 216-237 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. कंपनी ने अपने आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों से 74.95 करोड़ रुपये जुटाए थे.
GMP: ग्रे मार्केट में क्या है हाल
इस आईपीओ को लेकर निवेशकों में क्रेज है. आईपीओ खुलने के दिन ग्रे मार्केट में शेयर के भाव में तेजी देखने को मिली है. आज यह 55 रुपये के प्रीमियम पर दिख रहा है. इसका मतलब है कि अपर प्राइस बैंड 237 के हिसाब से निवेशकों को लगभग 23 फीसदी रिटर्न मिल सकता है.
कंपनी के बारे में
2015 में स्थापित धर्मज क्रॉप गार्ड लिमिटेड एक एग्रोकेमिकल कंपनी है. कंपनी B2C और B2B ग्राहकों के लिए कीटनाशकों, कवकनाशकों, जड़ी-बूटियों, प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर्स, माइक्रो फर्टिलाइजर्स और एंटीबायोटिक दवाओं जैसे एग्रोकेमिकल फॉर्मूलेशन का निर्माण, वितरण और विपणन करती है. कंपनी प्रोडक्टिविटी और प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए किसानों की सहायता के लिए क्रॉप प्रोटेक्शन सॉल्यूशन भी प्रदान करती है. धर्मज क्रॉप गार्ड लिमिटेड लैटिन अमेरिका, पूर्वी अफ्रीकी देशों, मध्य पूर्व और सुदूर पूर्व एशिया में 20 से अधिक देशों में अपने प्रोडक्ट्स का निर्यात करता है.