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Dharmaj Crop Guard का शेयर 8 दिसंबर को स्टॉक मार्केट में एंट्री को तैयार है.
Dharmaj Crop Guard Share to List: एग्रोकेमिकल सेक्टर की कंपनी धर्मज क्रॉप गार्ड (Dharmaj Crop Guard) का शेयर 8 दिसंबर को स्टॉक मार्केट में एंट्री को तैयार है. कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला है. यह ओवरआज 35.5 गुना के करीब सब्सक्राइब हुआ है. बंपर सब्सक्रिप्शन के बाद शेयर को लेकर ग्रे मार्केट में भी क्रेज दिख रहा है. ग्रे मार्केट के संकेत देखें तो शेयर की लिस्टिंग कल बीएसई और एनएसई पर मजबूती के साथ हो सकती है.
बता दें कि यह आईपीओ 28 नवंबर से 30 नवंबर 2022 के बीच खुला था. आईपीओ के लिए 216-237 रुपये का प्राइस बैंड तय था. जबकि इश्यू का साइज 251 करोड़ रुपये का था.
34.5 गुना हुआ था सब्सक्राइब
Dharmaj Crop Guard के आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व था, जिसे 48.21 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की कैटेगरी में 52.29 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इसके अलावा, रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) के लिए 35 फीसदी रिजर्व हिस्से को 21.53 गुना और कर्मचारियों के हिस्से को 7.48 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.
IPO GMP: ग्रे मार्केट से कैसे संकेत
Dharmaj Crop Guard के आईपीओ का ग्रे मार्केट में क्रेज बना हुआ है. ग्रे मार्केट में शेयर का भाव 55 रुपये से 65 रुपये के प्रीमियम पर दिख रहा है. अपर प्राइस बैंड 237 रुपये के लिहाज से इसकी लिस्टिंग 290 से 300 रुपये के भाव पर हो सकती है. यानी इसमें 23 से 25 फीसदी रिटर्न मिल सकता है.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के अनुसार कंपनी का ऑपरेशन से आने वाला राजस्व FY2020 से FY2022 के दौरान 41.02 फीसदी सीएजीआर से बढ़ा है. वहीं टैक्स के बाद मुनाफा (PAT) इस दौरान 63.30 फीसदी CAGR से बढ़ा है. कंपनी ने पास मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और मजबूत ब्रॉन्डेड प्रोडक्ट हैं. ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध है. आगे कंपनी का मुनाफा और मार्जिन बेहतर हो सकता है.
कंपनी के आउटलुक पर राय
ब्रोकरेज हाउस Swastika Investmart का कहना है कि पेस्टिसाइड इंडस्ट्री में जो ग्रोथ बनी है, यह मोमेंटम जारी रहने का अनुमान है. घरेलू बाजार में फूड कंजम्पशन बढ़ने का फायदा इसे मिलेगा. एग्री सेक्टर पर सरकार का फोकस, निर्यात से डिमांड बढ़ने से भी कंपनी को फायदा होगा. भारत में अभी भी पेस्टिसाइड और एग्रोकेमिकल्स की पैठ कम है, जो इस सेक्टर में ग्रोथ का अवसर देता है. चीन पर निर्भरता कम करने और आत्मनिर्भरता में सुधार करने के सरकार के उद्देश्य से भी इस इंडस्ट्री को लाभ मिलेगा.