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Real Estate सेक्टर में कोविड 19 पैनडेमिक से उबरकर एक बार फिर डिमांड आने लगी है. (pixabay)
Real Estate सेक्टर में कोविड 19 पैनडेमिक से उबरकर एक बार फिर डिमांड आने लगी है. कोविड 19 का असर कम होने के साथ जैसे जैसे इकोनॉमी में तेजी आ रही और लोगों की आय बढ़ रही, घरों की डिमांड बढ़ रही है. डेवलपर्स भी डिमांड उठाने के लिए कई तरह के छूट आफर कर रहे हैं. वहीं कोविड 19 के बाद से फोकस आर्गनाइज्ड सेक्टर पर शिफ्ट होने के चलते भी ओवरआल सेक्टर को फायदा मिल रहा है. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि ब्याज दरें अपने निचले स्तरों पर है, मैक्रो कंडीशन सुधर रहे हैं और इकोनॉमी में मजबूत ग्रोथ है. इसका फायदा सेक्टर को मिलेगा. आने वाले दिनों में सेक्टर से जुड़े कुछ शेयर आउटपरफॉर्म कर सकते हैं. बीते 1 साल में निफ्टी पर रियल्टी इंडेक्स ने बेंचमार्क की तुलना में आउटपरफॉर्म किया है.
रेंटल कलेक्शन मजबूत
ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार इंडियन REITs में रेंटल कलेक्शन मजबूत है. 9MFY22 के दौरान यह FY21 का 90 फीसदी रहा है. जबकि ओमिक्रॉन के मामलों में उछाल ने अस्थायी रूप से आफिस लीजिंग रिकवरी में देरी की है, हम उम्मीद करते हैं कि यह ट्रेंड Q1FY23E (22 अप्रैल के बाद) से पूरे भारत में टीकाकरण की बेहतर गति के साथ पलट जाएगा. चुनिंदा कॉर्पोरेट्स कर्मचारियों को कार्यालयों में वापस बुलाएंगे और इंटरनेशनल ट्रैवल में भी तेजी आएगी.
ब्रॉडर पैमाने पर सहमति यह है कि अब 15 से 20 फीसदी कर्मचारी स्थायी रूप से वर्क फ्रॉम आफिस कर सकते हैं. जबकि 10 से 15 फीसदी कर्मचारी स्थायी रूप से घर से काम कर सकते हैं. जबकि शेष 60 से 70 फीसदी कर्मचारी हाइब्रिड मॉडल के तहत काम कर सकते हैं. इससे लिस्टेड REITs को फायदा होगा. हालांकि ग्लोबल इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी होती है तो यह एक रिस्क फैक्टर रहेगा. ब्रोकरेज ने Embassy Office Parks REIT में निवेश की सलाह दी है. Mindspace Business Parks REIT में HOLD की और Brookfield India REIT व DLF में ADD की सलाह है.
Real Estate में अपसाइकिल ट्रेंड
ब्रोकरेज हाउस HDFC सिक्योरिटीज का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में अपसाइकिल देखने को मिल रही है. कोविड 19 पैनडेमिक के बाद बढ़ रही इनकम लेवल, रेंटल यील्ड और इंटरेस्ट रेट कॉरिडोर गैप का अंतर कम होने और आर्गनाइज्ड प्लेयर्स द्वारा मार्केट शेयर गेन करने के चलते सेक्टर में अपसाइकिल ट्रेंड देखने को मिल रहा है. वहीं देश में जिस तरह से इकोनॉकि ग्रोथ में मजबूती है, रियल एस्टेट सेक्टर एक बार फिर डिमांड में आया है. ये टेलविंड रियल एस्टेट रिवाइवल के फेवर में है और इससे सेल्स में अचछी ग्रोथ देखने को मिल रही है. हाउसहोल्ड सेविंग का एक बड़ा हिस्सा घरों की खरीद में लगाने का ट्रेंड देखने को मिल रहा है. टियर-2 डेवलपर इकोसिस्टम का कोलैप्स सप्लाई चेन को बदल रहा है. जिसमें कॉम्पिटीटर अब पार्टनर और लैंड बैंक सप्लायर बन रहे हैं.
डिमांड बढ़ने की वजह
रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 के चलते रियल एस्टेट सेक्टर पर बड़ी मार पड़ी है. हालांकि अब हाउसिंग डिमांड बेहतर हुई है. ब्याज दरों का निचले सतरों पर होने, स्टैंप ड्यूटी में कटौती, डेवलपर द्वारा दी जा रही छूट और हाई एट्रिशन के चलते भी डिमांड को सपोर्ट मिल रहा है. आगे इनफ्लेशन एक रिस्क फैक्टर है, क्योंकि यह इनपुट रेट को अधिक बढ़ा सकता है. हालांकि अभी डेवलपर्स के पास इनफ्लेशन एब्जॉर्ब करने के लिए हेडरूम है क्योंकि समय के साथ अधिक ट्रांसपैरेंसी ने कैपिटल कास्ट कम कर दी है और आर्गनाइज्ड डेवलपर्स को टियर-2 खिलाड़ियों की तुलना में 25-30 फीसदी कम फंडिंग कास्ट का लाभ मिल रहा है.
टॉप पिक्स: DLF, Oberoi, Phoenix Mills, Mahindra Lifespaces, and Brigade Enterprises
शेयर के लिए टारगेट
DLF: 486 रुपये
Oberoi Realty: 1143 रुपये
Mahindra Lifespaces: 473 रुपये
Brigade Enterprises: 619 रुपये
Phoenix Mills: 1364 रुपये
Prestige: 633 रुपये
Sobha: 1000 रुपये
Kolte-Patil Developers: 381 रुपये
Godrej Prop.: 1804
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)