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Droom के फाउंडर और सीईओ संदीप अग्रवाल
ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस Droom ने 20 करोड़ डॉलर यानी लगभग 1487 करोड़ रुपये के फंडिंग राउंड का पहला चरण बंद कर दिया है. अब यह भारत में या अगले साल अमेरिका में अपने संभावित आईपीओ के लिए डुअल ट्रैक को फॉलो कर रहा है. Droom के फाउंडर और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा कि कंपनी अलग-अलग चरण में लगभग 1487 करोड़ रुपये जुटाने में लगी है. लक्ष्य का अधिकतम हिस्सा जुटा लिया गया है.
Nasdaq या भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट होगा आईपीओ
अग्रवाल ने यह तो नहीं बताया कि संभावित लक्ष्य का कितना हिस्सा जुटा लिया गया है लेकिन उन्होंने कहा कि फंड जुटाने के बाद इसका वैल्यूएशन लगभग 1.4 अरब डॉलर के पार चला जाएगा. अग्रवाल ने बताया कि इसमें कई मौजूदा निवेशकों की भागीदारी के साथ ही 57 स्टार्स और सेवेन ट्रेन वेंचर्स ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि कंपनी डुअल-ट्रैक को फॉलो कर रही है ताकि आईपीओ लाया जाए. या नैसडेक में या अगले साल भारत में लिस्ट कराया जाएगा.
'ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस का भविष्य बेहतरीन'
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान Droom ने डिजिटल एडॉप्शन को बड़े पैमाने पर अनुभव किया है. उन्होंने कहा कि लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने के या राइड शेयर के बजाय अपनी गाड़ी खरीदने को महत्व दे रहे हैं. कंपनी को उम्मीद है कि गाड़ियों की खरीद और बिक्री के लिए लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आएंगे. अभी यह हिस्सेदारी लगभग 0.7 फीसदी लेकिन उम्मीद है कि आगे चल कर 7 फीसदी हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि Droom ने पिछले 7 वर्षों में गाड़ियों की ऑनलाइन खरीदने-बेचने के फुल टेक्नोलॉजी बेस्ड एंड-टू-एंड ट्रांजेक्शनल मार्केटप्लेस बनाने के लिए लाखों डॉलर और हजारों मानव श्रम घंटों का निवेश किया है. कंपनी ने फर्स्ट माइल सेवाओं जैसे ओबीवी (OBV), ईसीओ (ECO), और इतिहास (HISTORY) से लेकर मिड-माइल सर्विसेज जैसे लोन और इंश्योरेंस के साथ ही लास्ट-माइल सर्विसेज जैसे डोरस्टेप डिलीवरी तक पूरी टेक-बेस्ड मशीनरी विकसित की है. कोविड के बाद Droom लगातार बढ़ रहा है.