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ICICI बैंक की पूर्व एमडी एंड सीईओ चंदा कोचर के खिलाफ बड़ा एक्शन, ED ने जब्त की 78 करोड़ की संपत्ति

ED ने कुल 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की है. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल है.

ED ने कुल 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की है. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल है.

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ED big action against ex-ICICI Chairman Chanda Kochhar and its family attaches Rs 78-cr worth properties

ED ने कुल 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की है. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल है.

ED big action against ex-ICICI Chairman Chanda Kochhar and its family attaches Rs 78-cr worth properties ED ने कुल 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की है. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल है.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ICICI बैंक की पूर्व एमडी एवं सीईओ चंदा कोचर (Chanda Kochhar) और उनके परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों की प्रॉपर्टी जब्त कर ली है. ईडी ने कुल 78 करोड़ रुपये मूल्य की सं​पत्ति जब्त की है. इसमें कोचर का मुंबई स्थि​त फ्लैट और उनके पति की कुछ प्रॉपर्टीज शामिल है. जांच एजेंसी ने एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में यह कार्रवाई की है.

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जांच एजेंसी की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत प्रॉपर्टी अटैच करने का प्रोविजनल आदेश दिया गया. इनमें कोचर का मुंबई स्थित घर उनके जुड़ी कंपनी की कुछ संपत्तियां शामिल हैं. उन्होंने बताया कि जब्त की गई संपत्ति की बुक वैल्यू 78 करोड़ रुपये है. प्रवर्तन निदेशालय चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और अन्य के खिलाफ वीडियोकॉन समूह को लोन देने के मामले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग और अनियमितताओं की जांच कर रहा है.

चंदा कोचर को देना पड़ा था इस्तीफा

वीडियोकॉन को लोन देने में कथित हेराफेरी के मामले में चंदा कोचर को अक्टूबर 2018 में इस्तीफा देना पड़ा था. आरोप है कि आईसीआईसीआई बैंक से लोन लेने वाली वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने चंदा कोचर के पति की कंपनी में निवेश किया. इसमें अनियमितता और गड़बड़ी की शिकायत सामने आई.

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बता दें, चंदा कोचर ने अपने खिलाफ बैंक से जारी बर्खास्तगी के लेटर को बंबई हाई कोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने हाई कोर्ट से उस लेटर को वैध घोषित करने की मांग की है, जिसमें उन्होंने अक्टूबर 2018 में जल्दी रिटायरमेंट की घोषणा की थी और बैंक ने स्वीकार कर लिया था.

​जबकि चंदा कोचर के खिलाफ जारी जांच को देखते हुए पिछले साल फरवरी में बैंक ने उनहें बर्खास्तगी का लेटर भेजा.

क्या है मामला?

दरअसल, यह पूरा मामला वीडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपये के लोन से जुड़ा है. यह लोन कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था जिसे वीडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था. आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यूपावर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को दिए थे, जिसे धूत ने दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था.

Input: PTI

Chanda Kochhar Icici Bank