/financial-express-hindi/media/post_banners/zBFtaYtlNW1o3Ftrrrci.jpg)
यस बैंक के फाउंडर और पूर्व सीईओ राणा कपूर की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद कई राज से पर्दे हटने की उम्मीद है.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/DX8C7d6kt2fefm8MqDcY.jpg)
मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत यस बैंक के फाउंडर और पूर्व सीईओ राणा कपूर की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद कई राज से पर्दे हटने की उम्मीद है. फिलहाज ईडी द्वारा पूछताछ के बाद यह सामने आ रहा है कि राणा कपूर एंड फैमिली ने कम से कम एक दर्जन ऐसी फर्जी कंपनियां बना रखी थीं, जिनमें अवैध तरीके से निवेश किया जा रहा था. यही नहीं, ईडी के निशानें पर इन कंपनियों या अन्य जगहों पर 2000 करोड़ रुपये का निवेश और 44 महंगी पेंटिंग्स भी हैं. बता दें कि टों की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यस बैंक के फाउंडर और पूर्व सीईओ राणा कपूर (Rana Kapoor) को रविवार तड़के करीब 3 बजे गिरफ्तार कर लिया था.
11 मार्च तक ईडी की कस्टडी में
मुंबई की एक अदालत ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर को 11 मार्च तक के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया है. न्यूज एजेंसी ने टीवी रिपार्ट के आधार पर यह जानकारी दी है.
Mumbai's Special Holiday Court sends #YesBank founder Rana Kapoor to Enforcement Directorate custody till 11th March. He was yesterday arrested by the ED and produced today in the Court. pic.twitter.com/rFCTE4Kjbg
— ANI (@ANI) March 8, 2020
लंदन में भी प्रॉपर्टी की जांच
ईडी के सूत्रों से पता चला है कि कपूर एंड फैमिली ने कुछ शेल कंपनियां बना रखी थीं, जिनकी संख्या एक दर्जन के करीब हो सकती हैं. ये कंपनियां सीधे या अप्रत्यक्ष तरीके से कपूर एंड फैमिली द्वारा ही कंट्रोल की जा रही थीं. इनमें वह खुद, उनकी वाइफ और उनकी 3 बेटियां शामिल हैं. कुछ अन्य डॉक्यूमेंट भी मिले हैं, जिनसे पता चल रहा है कि राणा कपूर एंड फैमिली की कुछ संपत्तियां लंदन में भी हैं. उन संपत्तियों की फंडिंग का सोर्स क्या है, इस बात की भी जांच चल रही है.
शुक्रवार को एक्शन में आई थी ईडी
केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को कपूर के दक्षिण मुंबई स्थित आवास पर छापा मारकर बैंकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की. उनके द्वारा कंट्रोल किए जा रहे एक एक फर्म द्वारा 600 करोड़ रुपये प्राप्त किए जाने के मामले में उनसे और उनकी वाइफ व बेटियों से पूछताछ शुरू हुई थी. इसे डीएचएफएल घोटाले से जोड़कर देखा जा रहा है. कपूर की लिंक्ड फर्म डीओआईटी अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को कथित रूप से फंड मिलने का आरोप है.
DHFL के जरिये हुआ खेल!
DHFL ने यस बैंक की ओर से दिए गए 4,450 करोड़ रुपये की एवज में अर्बन वेंचर्स को पैसे दिए थे, जिसकी जांच की जा रही थी. ईडी अधिकारियों ने कहा कि यस बैंक ने डीएचएफएल को 3,750 करोड़ रुपये का लोन और डीएचएफएल कंट्रोल्ड कंपनी आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स को 750 करोड़ रुपये का एक और लोन दिया था. इन दोनों कंपनियों की तरफ से लोन नहीं चुकाये जाने पर यस बैंक ने कार्रवाई शुरू नहीं की.
जांच एजेंसी को संदेह है कि 4,450 करोड़ रुपये की यह राशि, उस 13,000 करोड़ रुपये का हिस्सा है जो डीएचएफएल की ओर से 79 डमी कंपनियों को कथित तौर पर दी गई. इन्हीं कंपनियों में अर्बन वेंचर्स भी शामिल है.