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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX पर नियमों के उल्लंघन के आरोप हैं.
प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate)ने शुक्रवार को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के खिलाफ फेमा ( FEMA) उल्लंघन के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. ईडी के ट्वीट में यह जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि ईडी ने 2790.74 करोड़ के ट्रांजेक्शन के मामले में WazirX के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस फेमा 1999 के तहत जारी किया गया है. WazirX क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है जो यूजर को बिटकॉइन, इथेरियम और कुछ दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करने की सुविधा देता है.
WazirX के डायरेक्टरों के खिलाफ नोटिस
ईडी के नोटिस WazirX के डायरेक्टरों निश्चल शेट्टी और हनुमान म्हात्रे के नाम हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक ईडी की ओर से जांच खत्म पूरी करने के बाद इन लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. ईडी ने जो बयान जारी किया है उसके मुताबिक चीनी कंपनियों की ओर से चलाए रहा ऑनलाइन सट्टा ऐप की जांच के दौरान WazirX के ट्रांजेक्शन के बारे में पता चला. यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी थी.
ईडी ने नोटिस में कहा है कि चीनी नागरिकों ने भारतीय रुपयों को क्रिप्टोकरेंसी टेथर ( USDT) को बदल कर इसे बिनान्स (केमैन द्वीप में रजिस्टर्ड एक्सचेंज) में ट्रांसफर कर दिया था. इस ट्रांजेक्शन को 57 करोड़ रुपये को क्रिप्टोकरेंसी में बदला गया था. नोटिस में कहा गया गया है कि WazirX के यूजर्स ने पूल अकाउंट के जरिये 880 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी बिनान्स अकाउंट से रिसीव किए और फिर 1400 करोड़ रुपये क्रिप्टोकरेंसी इसके अकाउंट में डाल दिए.
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WazirX पर फेमा के उल्लंघन के आरोप
जांच एजेंसी ने कहा है कि WazirX अपने ग्राहकों से जरूरी डॉक्यूमेंट नहीं लेता है. यह पूरी तरह कानून का उल्लंघन है. यह पूरी तरह मनी लॉन्ड्रिंग कानून का भी उल्लंघन है. फेमा गाइडलाइन और फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म ( FTA) रोधी निर्देशों की भी अनदेखी की गई है. ईडी ने कहा है कि इनमें से कोई भी ट्रांजेक्शन ब्लॉकचेन पर उपलब्ध नहीं है ताकि इसकी जांच या ऑडिट हो सके.