/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/post_banners/CZt3AzAyiaVewAmonJWj.jpg)
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट प्रोवाइडर eMudhra की 1 जून को शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई. (Image: pixabay)
eMudhra Listing Today: डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट प्रोवाइडर eMudhra की आज यानी 1 जून को शेयर बाजार में प्रीमियम पर लिस्टिंग हुई है. आईपीओ के तहत शेयर का प्राइस 256 रुपये था, जबकि इसका शेयर आज बीएसई पर 271 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ. यानी लिस्टिंग पर निवेशकों को हर शेयर 6 फीसदी या 15 रुपये रिटर्न मिला है. इश्यू का साइज करीब 413 करोड़ रुपये का था और इसे मौजूदा मार्केट कंडीशंस के लिहाज से निवेशकों की ओर से बेहतर रिस्पांस भी मिला था. अब सवाल उठता है कि लिस्टिंग के बाद से शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटेजी होनी चाहिए. इसे बेचना चाहिए और खरीदना चाहिए या लंबी अवधि के लिए होल्ड करना चाहिए.
क्या करें निवेशक?
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि eMudhra की लिस्टिंग इश्यू प्राइस से 6 फीसदी प्रीमियम पर हुई है. इश्यू को निवेशकों का अच्छा रिस्पासं मिला था, वहीं इश्यू का वैल्युएशन भी बेहतर था. eMudhra भारत का सबसे बड़ा लाइसेंस सर्टिफाइड अथॉरिटी है और Microsoft, Mozilla, Apple और Adobe जैसी प्रसिद्ध ब्राउजर्स और डॉक्युमेंट प्रॉसेसिंग सॉफ्टवेयर कंपनियों द्वारा सीधे मान्यता प्राप्त एकमात्र भारतीय कंपनी है. इसके अलावा, eMudhra वेबट्रस्ट से मान्यता प्राप्त एकमात्र भारतीय कंपनी है जो उनके डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्रों को दुनिया भर के ब्राउजर द्वारा सीधे मान्यता प्रदान करती है. जिससे कई देशों में डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र जारी करने की अनुमति मिलती है.
डाटा प्राइवेसी, डाटा प्रोटेक्शन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की बढ़ती मांग से कंपनी को मध्यम से लंबी अवधि में पर्याप्त रूप से ग्रोथ करने में मदद मिलेगी. अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो आपके पोर्टफोलियो के लिए यह शेयर बेहतर है. जिन लोगों ने लिस्टिंग गेन के लिए आवेदन किया था, वे 260 रुपये का स्टॉप लॉस बनाए रख सकते हैं.
PMJJBY, PMSBY: आज से सरकारी बीमा योजनाओं का बढ़ा प्रीमियम, अब कितना करना होगा पेमेंट
2.72 गुना हुआ था सब्सक्राइब
eMudhra के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. यह ओवरआल 2.72 गुना सब्सक्राइब हुआ था. NSE के आंकड़ों के मुताबिक, 412.79 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में 1,13,64,784 शेयरों के मुकाबले 3,09,02,516 शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं. आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के हिस्से को 4.05 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था, जबकि रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RII) की कैटेगरी को 2.61 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स को 1.28 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. इश्यू के तहत 161 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए. इसके अलावा, प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 98.35 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत की गई.
फंड का कहां होगा इस्तेमाल
आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और इक्विपमेंट खरीदने के लिए करेगी. इसके अलावा डाटा सेंटर बनाने, प्रोडक्ट डेवलप करने में भी फंड का इस्तेमाल किया जाएगा.
कंपनी के बारे में
वित्त वर्ष 2021 में डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट मार्केट स्पेस में 37.9 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ ईमुद्रा भारत में सबसे बड़ी लाइसेंस सर्टिफाइंग अथॉरिटी है. वित्त वर्ष 2020 में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 36.5 फीसदी थी. कंपनी अलग-अलग इंडस्ट्री में काम करने वाले इंडिविजुअल्स और ऑर्गनाइजेशन को डिजिटल ट्रस्ट सर्विसेज और एंटरप्राइज सॉल्यूशन प्रदान करने के बिजनेस में है.