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लाइफस्टाइल रिटेल ब्रांड फैबइंडिया की शुरुआत करीब 22 साल पहले वर्ष 1960 में हुई थी.
FabIndia IPO: एथनिक वियर ब्रांड फैब इंडिया (FabIndia) के आईपीओ को बाजार नियामक सेबी (SEBI) की मंजूरी मिल चुकी है. सेबी ने 4 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावित आईपीओ को लेकर 30 अप्रैल को हरी झंडी दी थी और कंपनी को इससे जुड़ी ऑब्जर्वेशन लेटर सोमवार (2 मई) को प्राप्त हुआ. फैबइंडिया ने 4 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लाने के लिए इस साल 2022 में 24 जनवरी को सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स दाखिल किया था.
इसके मुताबिक कंपनी की योजना 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने की है और 2,50,50,543 इक्विटी शेयरों की ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत बिक्री होगी. ओएफएस के जरिए बिसेल परिवार (Bissell Family) के अलावा प्रेमजी इंवेस्ट, बजाज होल्डिंग्स और कोटक इंडिया एडवांटेज अपनी हिस्सेदारी की बिक्री कर सकते हैं. इश्यू के तहत कारीगरों व किसानों को करीब 7.75 लाख शेयर गिफ्ट में देने की योजना है.
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किसानों-कारीगरों को शेयर गिफ्ट में देने की योजना
सेबी के पास दाखिल प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक कंपनी के प्रमोटर्स किसानों और कारीगरों को शेयर गिफ्ट कर सकते हैं. फैबइंडिया के मुताबिक प्रमोटर्स बिमला नंदा बिसेल और मधुकर खेरा ने अपने-अपने डीमैट खाते खोले हैं और बिसेल ने 4 लाख व खेरा ने 3,75,080 इक्विटी शेयरों को खाते में ट्रांसफर कर दिया है. इन शेयरों को कारीगरों और किसानों को गिफ्ट के रूप में दिए जाने की योजना है. इस इश्यू के तहत 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे. नए शेयरों के जरिए जुटाए गए 250 करोड़ रुपये का इस्तेमाल एनसीडी (नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स) के वालंटरी रिडेंप्सन और 150 करोड़ रुपये के कर्ज के पूर्व-भुगतान में किया जाएगा.
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FY21 में 116 करोड़ रुपये का नुकसान
लाइफस्टाइल रिटेल ब्रांड फैबइंडिया की शुरुआत करीब 22 साल पहले वर्ष 1960 में हुई थी. यह मुख्य रूप से अथेंटिक, सस्टेनेबल और ट्रेडिशनल प्रोडक्ट्स बेचती है. कंपनी के फैबइंडिया और ऑर्गेनिक इंडिया देश के सबसे पॉपुलर ब्रांड में शुमार हैं. कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में मुताबिक कंपनी को 1059 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था लेकिन 116 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था.