/financial-express-hindi/media/post_banners/Gg4UoXmuGspJZIUPM4S5.jpg)
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसानों से संयम बनाए रखने की अपील की है.
पंजाब में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों और उसके समर्थक समूहों ने राज्य में टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) के टॉवर्स को निशाना बनाया. इसके चलते कंपनी की मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित हुईं और उपभोक्ताओं को असुविधा झेलनी पड़ रही हैं. इंडस्ट्री सूत्रों के अनुसार, आंदोलनकारियों ने राज्य में जियो के करीब 1,300 मोबाइल टॉवर की पावर सप्लाई काट दी. पंजाब में जियो के करीब 9,000 मोबाइल टॉवर हैं. आंदोलन कर रहे समूहों ने कुछ टॉवर्स के फाइबर केबल ही काट दी.
राज्य के किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और वे कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इसी क्रम में आंदोलनरत समूहों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी समूह के प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने का भी आह्वान किया. इंडस्ट्री सूत्रों का कहना है कि यदि किसान प्रोडक्ट का बहिष्कार करना चाहते हैं और वो ​जियो सिम नहीं खरीदते हैं या जियो कनेक्शन छोड़ना चाहते हैं, यह सब उचित है. शांतिपूर्ण विरोध का यह तरीका है, लेकिन कंपनी की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना किसी भी रूप में शांतिपूर्ण विरोध का प्रतीक नहीं हो सकता है.
मुख्यमंत्री ने की हिंसा न करने की अपील
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 25 दिसंबर को पंजाब में स्थिति काफी बिगड़ गई थी. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी किसान समूहों से आम लोगों के हित में इस तरह के कदम नहीं उठाने की अपील की थी. मुख्यमंत्री ने पिछले कुछ महीनों की तरह संयम बनाए रखने की अपील की ओर कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच लोगों के लिए दूरसंचार कनेक्टिविटी और भी महत्वपूर्ण हो गई है.
अमरिंदर सिंह की तरफ से यह अपील टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स की रजिस्टर्ड संस्था टॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (TAIPA) की तरफ किए गए निवेदन के बाद की गई. संगठन ने कहा था कि राज्य सरकार किसानों को समझाए कि वे कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन में कोई गैर कानूनी कदम न उठाएं.
ये भी पढ़ें... 2020: राफेल, राम मंदिर, CAA विरोध से किसान आंदोलन तक; गुजरे साल के घटनाक्रम
पंजाब की अर्थव्यवस्था पर होगा असर
उन्होंने अपील की कि किसान बलपूर्वक व गैरकानूनी तरीके से टेलिकॉम कनेक्टिविटी को बंद कराने या कर्मचारियों व टेलिकॉम सर्विसेज के टेक्निशियन के साथ मारपीट कर कानून का अपने हाथ में न लें. मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस तरह की कार्रवाई पंजाब और उसके भविष्य के हित में नहीं है.
अमरिंदर सिंह का कहना था कि किसानों द्वारा टॉवर्स की बिजली सप्लाई काटकर बलपूर्वक टेलिकॉम सेवाओं को बाधित करने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी. साथ ही महामारी में जो लोग घर से काम कर रहे हैं, उनके रोजमर्रा का कामकाज भी प्रभावित होगा. इसके अलावा, पहले से आर्थिक चुनौती झेल रहे राज्य की अर्थव्यवस्था पर टेलिकॉम सेवाओं के बाधित होने से प्रतिकूल असर होगा.
(FE Bureau)
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
Follow Us