/financial-express-hindi/media/post_banners/QQO2zEKFtMyWYMEbSSPt.jpg)
LIC का IPO भी आने वाला है, जिसके जरिए सरकार की 5% हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव है. ( Photo File: Reuters)
FEMA Rules Amended For 20 per cent FDI in LIC : देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) में 20 फीसदी सीधे विदेशी निवेश (FDI) का रास्ता साफ हो गया है. भारत सरकार ने इसके लिए फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के नियमों में अहम बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद एलआईसी की 20 फीसदी तक हिस्सेदारी बड़े विदेशी निवेशकों को बेचना मुमकिन हो जाएगा.
इस बारे में सरकार ने एक गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया है, जिसे फॉरेन एक्सजेंच मैनेजमेंट (नॉन-डेट इंस्ट्रूमेंट्स) अमेंडमेंट रूल्स 2022 कहा गया है. इस अधिसूचना के जरिए मौजूदा पॉलिसी में एक नया पैराग्राफ जोड़ दिया गया है, जिसके जरिए एलआईसी में ऑटोमैटिक रूट के जरिए 20 फीसदी तक सीधे विदेशी निवेश (FDI) की छूट दे दी गई है. एलआईसी में एफडीआई की मैक्सिमम लिमिट 20 फीसदी इसलिए रखी गई है, क्योंकि मौजूदा नियमों के तहत सरकारी बैंकों में विदेशी निवेश की अधिकतम सीमा भी 20 फीसदी ही है.
FEMA के नियमों में बदलाव से LIC में FDI का रास्ता साफ
इससे पहले 14 मार्च को डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने भी एलआईसी के मेगा आईपीओ में निवेश को आसान बनाने के लिए FDI पॉलिसी में अहम बदलाव किए थे. कैबिनेट में मंजूरी के बाद किए गए इन नीतिगत बदलावों का मकसद बड़े विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को एलआईसी के शेयरों के लिए सब्सक्राइब करने की छूट देना था. लेकिन DPIIT ने पॉलिसी में जो संशोधन किए थे, उन्हें अमली जामा पहनाने के लिए FEMA के नियमों में बदलाव की अधिसूचना जारी करना जरूरी था.
LIC लाने वाली है देश का सबसे बडा IPO
भारत सरकार जल्द ही एलआईसी का मेगा आईपीओ (IPO) लाने वाली है, जिसके जरिए कंपनी की 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचे जाने की योजना है. LIC ने इस आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को फरवरी 2022 में ही सौंप दिया था, जिसे मार्च में मंजूरी भी मिल चुकी है. लेकिन अब कंपनी अपने आईपीओ के प्रस्ताव में कुछ बदलाव के लिए आवेदन करने वाली है. अब देखना ये होगा कि सरकार इस प्रस्ताव में क्या बदलाव करने वाली है. क्या नियमों में 20 फीसदी तक विदेशी निवेश की छूट का इंतजाम किए जाने के बाद आईपीओ का साइज बढ़ाया जाएगा या फिर नियमों में इस बदलाव का इस्तेमाल सरकार भविष्य में करेगी.
देश के इतिहास का सबसे बड़ा IPO
एलआईसी के विशाल आकार की वजह से शेयर बाजार में इस 5 फीसदी हिस्सेदारी की कीमत भी करीब 63,000 करोड़ रुपये तक आंकी जा रही है. इस हिसाब से यह देश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इससे पहले देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ पेटीएम (Paytm) का रहा है. 2021 में आए इस आईपीओ का आकार 18,300 करोड़ रुपये था.
LIC का वैल्युएशन 16 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान
एलआईसी की तरफ से जमा किए गए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय फर्म मिलिमैन एडवाइजर्स (Milliman Advisors) ने 30 सितंबर 2021 को एलआईसी की एंबेडेड वैल्यू 5.4 लाख करोड़ रुपये आंकी थी. हालांकि DRHP में एलआईली के मार्केट वैल्युएशन का कोई अनुमान नहीं दिया गया है, लेकिन इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड्स के हिसाब से देखें तो यह एंबेडेड वैल्यू के करीब तीन गुने के बराबर यानी 16 लाख करोड़ रुपये के आसपास होने का अनुमान है. इस वैल्युएशन के हिसाब से एलआईसी लिस्टिंग के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और टीसीएस (TCS) जैसी देस की सबसे बड़ी कंपनियों की कतार में शामिल हो जाएगी.
(इनपुट : पीटीआई)