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कोरोना संकट: Flipkart ने देशभर में अपनी सेवाओं को किया बंद, 21 दिन के लॉकडाउन को देखते हुए फैसला

वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा कि वह भारत में अस्थायी रूप से अपने परिचालन को बंद कर रहा है.

वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा कि वह भारत में अस्थायी रूप से अपने परिचालन को बंद कर रहा है.

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flipkart temporarily suspends its operations in india because of nationwide lockdown of coronavirus

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flipkart temporarily suspends its operations in india because of nationwide lockdown of coronavirus वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा कि वह भारत में अस्थायी रूप से अपने परिचालन को बंद कर रहा है.

वॉलमार्ट (Walmart) के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने बुधवार को कहा कि वह भारत में अस्थायी रूप से अपने परिचालन को बंद कर रहा है. कंपनी ने कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए की गई 21 दिन के देशभर में लॉकडाउन के मद्देनजर यह फैसला किया है. फ्लिपकार्ट ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि 24 मार्च को गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कोरोना वायरस के फैलने को रोकने के लिए पूरे भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान हुआ है, इसलिए कंपनी अस्थायी रूप से अपनी सेवाओं को निलंबित कर रही है.

अमेजन का जरूरी उत्पादों की डिलीवरी पर ध्यान

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ब्लॉग में आगे कहा गया कि वे जितनी जल्दी संभव हो सकेगा, लोगों की सेवा करने के लिए वापस आएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 21 दिनों के लिए पूरे देश में बंद की घोषणा की थी और जोर दिया कि सामाजिक दूरी ही कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में देश के सामने जरिया है. भारत में कोरोना वायरस से अब तक लगभग 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से ज्यादा संक्रमित हैं.

इससे पहले अमेजन इंडिया ने मंगलवार को कहा था कि उसने अस्थायी रूप से कम प्राथमिकता वाले उत्पादों के ऑर्डर लेने बंद कर दिए हैं और वह स्वच्छता और दूसरे ज्यादा प्राथमिकता वाले जरूरी उत्पादों की डिलीवरी पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

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ई-कॉमर्स कंपनियां कर रही हैं परेशानियों का सामना

देश में ई-कॉमर्स कंपनियों जिसमें अमेजन और मिल्कबास्केट शामिल हैं, उन्हें ग्राहकों को जरूरी प्रोडक्ट्स की डिलीवरी में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, सरकार ने अपनी अधिसूचना में ई-कॉमर्स के माध्यम से खानेपीने, दवा और चिकित्सा उपकरणों के साथ सभी जरूरी सामानों की डिलीवरी की अनुमति दी है.

इंडस्ट्री के जानकारों ने कहा है कि अलग-अलग राज्यों में जरूरी चीजों के एकसमान वर्गीकरण की जल्द से जल्द और सख्त जरूरत है और इन निर्देशों को आखिरी छोर तक पालन किया जाना चाहिए, जहां डिलीवरी एजेंटों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा इंडस्ट्री के जानकारों ने डिलीवरी करने वालों और कर्मचारियों की आवाजाही को लेकर सामने आ रही चुनौतियों के बारे में भी बात की. इसके अलावा उन्होंने देशभर में लॉकडाउन के बीच उत्पादों के राज्यों के बीच आवाजाही के बारे में भी आ रही परेशानियों के बारे में बताया.

कुछ ई-कॉमर्स कंपनियां सरकार को जरूरी सामानों की श्रेणी में खाने के चीजों और दवाइयों के अलावा दूसरी चीजों को भी शामिल करने की अपील कर रही हैं. इन उत्पादों में केबल और राउटर्स शामिल हैं जिनकी जरूरत ग्राहकों को वर्क फ्रॉम होम के लिए हो सकती है.

(Input: PTI)

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