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ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ने उबर ईट्स का भारतीय कारोबार खरीद लिया है. माना जा रहा है यह डील 350 मिलिसन डॉलर यानी करीब 2485 करोड़ रुपये में हुई है. इस डील के बाद ऊबर की हिस्सेदारी 9.9 फीसदी शेयरों में होगी. ईट्स को इंडियन फूड डिलिवरी और रेस्टोरेंट डिस्कवरी प्लेटफॉर्म का कारोबार के पास 9.9 फीसदी शेयर ही होंगे. उबर ईट्स अपने ऐप पर रेस्टोरेंट पार्टनर, डिलीवरी पार्टनर और ग्राहकों को जोमैटो के प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट कर देगी. बताया जा रहा है कि उबर ने घाटे की वजह से फूड डिलिवरी बिजनेस जोमैटो को बेचने का फैसला किया है. उबर को जोमैटो और स्विगी जैसी कंपनियों से तगड़ा कॉम्पिटीशन मिल रहा था.
उबर ईट्स का भारत में कारोबार
उबर ने हाल ही में दिसंबर 2019 तक 5 महीने में 2197 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान जताया था.उबर ईट्स ने भारत में 2017 में कदम रखा था. इसके प्लेटफॉर्म पर अभी 41 शहरों में 26000 से ज्यादा रेस्टोरेंट हैं. यह अधिग्रहण केवल भारत में ऊबर ईट्स के लिए है, दुनिया के अन्य देशों में ऊबर ईट्स अपनी सेवाएं जारी रखेगा. वहीं, जोमैटो की बात करें तो इसके फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म पर 24 देशों में 15 लाख रेस्टोरेंट हैं और हर महीने 7 करोड़ ग्राहकों को यह अपनी सर्विस दे रही है.
हाल ही में जोमैटो ने जुटाए थे 1065 करोड़ रुपए
यह डील तब सामने आई है कि जबकि कुछ दिन पहले ही जोमैटो ने अपने मौजूदा निवेशक आंट फाइनेंशियल से 15 करोड़ डॉलर (1065 करोड़ रुपए) का नया निवेश जुटाया था. आंट फाइनेंशियल अलीबाबा से अफिलिएट है. आंट फाइनेंशियन ने जोमैटो का वैल्यूएशन 300 करोड़ डॉलर (21,300 करोड़ रुपए) मानते हुए यह निवेश किया था.
जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल का कहना है कि देश में 500 से भी ज्यादा शहरों में फूड डिलीवरी बिजनेस में लीडिंग पोजिशन पर होने से हमें गर्व है. उबर ईट्स के अधिग्रहण के बाद हम और मजबूत स्थिति में होंगे. दूसरी ओर उबर के सीईओ दारा खोसरोशाही का कहना है कि भारत एक बड़ा बाजार है, यहां राइड बिजनेस में ग्रोथ को देखते हुए निवेश जारी रखेंगे. हम जोमैटो के पूंजी प्रभावी तरीके से आगे बढ़ने की योग्यता से प्रभावित हैं.