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मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज 2021 की फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट में पहली 100 कंपनियों की फेहरिस्त से बाहर हो गई है.
Mukesh Ambani's Company RIL Slips in Fotune 500 Global List: देश के सबसे दौलतमंद उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries - RIL) फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट में 59 पायदान नीचे फिसलकर टॉप 100 कंपनियों की कैटेगरी से बाहर हो गई है. साल 2020 के दौरान Fotune 500 Global List में RIL की रैंकिंग 96 थी, जो 2021 में गिरकर 155 हो गई है. हालांकि इसी दौरान सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की रैंकिंग 16 पायदान सुधर गई है.
सोमवार को जारी की गई फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट में रिलायंस की रैंकिंग में आई जबरदस्त गिरावट के लिए कोविड-19 वायरस के कारण फैली महामारी (COVID-19 pandemic) को जिम्मेदार माना जा रहा है. कंपनी को मिली 155वीं रैंकिंग साल 2017 से अब तक उसकी सबसे कमज़ोर रैंकिंग है.
Walmart लगातार 8वें साल टॉप पर रही
फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट (Fotune 500 Global List) में इस बार भी अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) 524 अरब अमेरिकी डॉलर की आमदनी के साथ सबसे ऊपर रही है. वॉलमार्ट लगातार 8वें साल इस लिस्ट में अव्वल रही है. 1995 के बाद से अब तक कंपनी ने यह उपलब्धि 16वीं बार हासिल की है.
384 अरब अमेरिकी डॉलर की रेवेन्यू अर्जित करने वाली चीन की कंपनी स्टेट ग्रिड (State Grid) इस सूची में दूसरे नंबर पर है. इनके मुकाबले रिलायंस इंडस्ट्रीज की रेवेन्यू फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट के मुताबिक 25.3 फीसदी गिरकर 63 अरब डॉलर रह गई. जिसके कारण कंपनी की रैंकिंग में भारी गिरावट आ गई.
Amazon तीसरे नंबर पर रही
2021 की इस फॉर्चून ग्लोबल 500 लिस्ट में अमेरिकी कंपनी अमेज़न (Amazon) 280 अरब डॉलर की आय के साथ तीसरे नंबर पर है. चीन की कंपनी नेशनल पेट्रोलियम चौथे और सिंगापुर की साइनोपेक ग्लोबल (Sinopec Global) पांचवें नंबर पर रही.
इस लिस्ट में शामिल बाकी भारतीय कंपनियों में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की रैंकिंग 61 पायदान गिरकर 212 पर जा पहुंची. हालांकि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पिछले साल के मुकाबले 16 स्थान ऊपर 205वें पायदान पर जगह बनाने में कामयाब रहा. स्टेट बैंक ने लगातार दूसरे साल अपनी रैंकिंग में सुधार किया है. पिछले साल भी उसकी रैंकिंग में 15 स्थानों का सुधार आया था.
यह लिस्ट तैयार करने वाली अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फॉर्चून के मुताबिक 31 मार्च 2021 या उससे पहले खत्म हुए कारोबारी साल के दौरान अर्जित कुल आय को कंपनियों की रैंकिंग का आधार बनाया गया है.
(Input: PTI)